कानपुर: शहर में लोकसभा चुनाव होने के बाद जहां सभी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी परिणाम का इंतजार कर रहे हैं. वहीं, शहर की बड़ी फोर्स अन्य जिलों में चुनाव कराने में व्यस्त है. ऐसे में शायद ही अपराधी यह भांप सकें, कि अचानक कमिश्नरेट पुलिस उन्हें टारगेट कर देंगे, इसलिए वो भी अपने ठिकानों पर निश्चिंत थे. लेकिन, होनी वाली घटना को कौन टाल सकता है? रविवार यानी छुट्टी वाले दिन से ठीक एक दिन पहले नौतपा शुरू होते ही कमिश्नरेट पुलिस के अफसरों ने कानपुर में अपराधियों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर सभी को चौंका दिया. जिसकी किस्मत अच्छी थी वो अपराधी बच गया, लेकिन जो फंसा वो बुरा नप गया.
डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने जाजमऊ थाना क्षेत्र में गैंग्सटर पप्पू स्मार्ट और सऊद अख्तर के घर पर जब रेड की, तो पुलिस टीम को कंट्री मेड पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस मिले. डीसीपी ने खुद कहा, कि जब वो अपनी टीम के साथ पहुंचे तो क्षेत्रीय लोगों ने उन्हें बताया कि कई अपराधी तो पहले ही भाग चुके हैं. डीसीपी सेन्ट्रल आरएस गौतम के दिशा-निर्देशों पर एसीपी कर्नलगंज महेश कुमार ने कई थानों की फोर्स के साथ शास्त्री नगर में ड्रग माफिया सुशील बच्चा के घर पर रेड की. अचानक कई थानों की फोर्स देखकर आसपास के लोग सहम गए. फोन करके एक दूसरे से पूछने लगे कि आखिर क्या हो गया, जो इतनी पुलिस आ गयीं है?
इसे भी पढ़े-VIDEO: रिश्तेदार ने कराई पुलिस की रेड, आठवीं मंजिल से गिरकर अधिवक्ता की मौत, 10 पुलिस कर्मियों पर मुकदमा