कानपुर:कुछ समय पहले ही जिस मुख्य उद्देश्य के साथ पीएम विश्वकर्मा योजना को लांच किया गया था, उसमें सरकार को कितनी सफलता मिली है? इसकी बानगी अब कानपुर के एमएसएमई विकास संस्थान में 10 से 12 सितंबर तक आयोजित होने वाले प्रदर्शनी कार्यक्रम में देखने को मिल सकती है. इस योजना में जिन 18 वर्गों का चयन किया गया और लाभार्थियों की सूची केंद्र स्तर से बनी, उनमें से कानपुर व आसपास 25 अन्य जिलों के सैकड़ों लाभार्थी इस प्रदर्शनी में पहुंचेंगे और अपने उत्पादों को प्रदर्शित करेंगे.
यह पहला ऐसा मौका होगा, जब पीएम विश्वकर्मा योजना के माध्यम से आमजन तक खास उत्पादों की जानकारी पहुंच सकेगी. वहीं, प्रदर्शनी के प्लेटफार्म से ही लाभार्थियों को कारोबार का मौका भी मिल सकेगा. इस मामले को लेकर सहायक निदेशक एमएसएमई अमित बाजपेई ने बताया कि प्रदर्शनी में 25 जिलों के लाभार्थी अपने उत्पादों को प्रदर्शित करेंगे. मौके पर जो लोग उक्त योजना में अपना पंजीकरण कराना चाहते हैं, वह भी पंजीयन करा सकेंगे.
प्रदर्शनी में इन 18 वर्गों से लाभार्थी कारीगर होंगे शामिल :1. बढ़ई 2. नाव निर्माता 3. अस्त्रकार 4. लोहार 5. हथौड़ा टूलकिट निर्माता 6. ताला बनाने वाला 7. सुनार 8. कुम्हार 9. मूर्तिकार (पत्थर तराशने वाला) 10. मोची (चर्मकार)/जूता कारीगर 11. राजमिस्त्री 12. टोकरी निर्माता 13. गुड़िया और खिलौना निर्माता 14. नाई 15. माला निर्माता 16. धोबी 17. दर्जी 18. मछली पकड़ने वाला जाल निर्माता.
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इन 25 जिलों से लाभार्थी एमएसएमई विकास संस्थान पहुंचेंगे : प्रदर्शनी के दौरान इन 25 जनपदों- अयोध्या, बाराबंकी, शाहजहांपुर, बस्ती, हमीरपुर, महोबा, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, झांसी, ललितपुर, जालौन, कानपुर नगर, कानपुर देहात, इटावा, औरैया, फर्रुखाबाद, कन्नौज, लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, फतेहपुर के पीएम विश्वकर्मा लाभार्थी उपरोक्त प्रदर्शनी-सह-ट्रेड फेयर में प्रतिभाग कर सकेंगे. वहीं, खास बात यह भी है, कि इस प्रदर्शनी में जो लाभार्भी आएंगे, उनके आने-जाने एवं रहने का व्यय केंद्र सरकार द्वारा किया जाएगा. उन्हें अपना किसी तरह का कोई खर्च नहीं करना होगा.
प्रदर्शनी का यह होगा मुख्य उद्देश्य:1. अपने उत्पादों और कौशल को व्यापक स्तर पर दर्शकों के समक्ष प्रदर्शित करना.2. सम्भावित ग्राहकों और खरीददारों से जुड़ना. 3. साथी लाभार्थियों और उद्यम विशेषज्ञों के साथ सम्पर्क बनाना. 4. अपने उत्पादों और सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रतिक्रिया और मार्गदर्शन प्राप्त करना.
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