कानपुर : त्वचा से जुड़ी बीमारियों एक्जिमा के इलाज में अमूमन एंटीबायटिक दवा के रूप में एजिथ्रोमाइसिन का प्रयोग होता है. इस दवा से मरीज को आराम जरूर मिल जाता है, मगर एक्सपर्ट के मुताबिक इसके साइड इफेक्ट भी हैं. खास तौर से इस दवा से शरीर के गुड बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं. इससे कई तरह की दिक्कतें होने लगती हैं. इसी से निजात के लिए छत्रपति शाहू जी महाराज विश्व विद्यालय में स्कूल ऑफ फार्मास्युटिकल्स साइंसेस विभाग के विशेषज्ञ शोध कर रहे हैं.
सहायक प्रोफेसर डाॅ. अनुप्रिया कपूर और उनकी रिसर्च स्कॉलर मनीषा त्रिवेदी ने एक ऐसा मरहम (ऑइंटमेंट) तैयार कर लिया है जो एग्जिमा को बढ़ने से रोकने के साथ ऊपरी त्वचा पर बढ़ने वाले बैक्टीरिया को भी खत्म कर देगा. इस शोध पर आईआईटी कानपुर ने भी अपनी मुहर लगा दी है.
10 से 15 दिनों में मरीज को मिलेगा आराम : डाॅ. अनुप्रिया ने बताया कि ऑइंटमेंट (gel) को तैयार करने के लिए हमने पॉलीमर का अधिक से अधिक उपयोग किया है. विवि में तैयार इस जेल का उपयोग करने के बाद मरीज को महज 10 से 15 दिनों में ही आराम मिलने लगेगा. जेल को बहुत अधिक मात्रा में न लेकर केवल मटर के दाने भर उपयोग करना होगा. दिन में इसे दो से तीन बार उपयोग किया जा सकता है. इस ऑइंटमेंट का कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होगा.