कैमूरः अगर पीड़ित परिजनों के आरोप में जरा भी दम है तो पुलिसवालों के लिए बड़े ही शर्म की बात है और कई सवाल भी खड़े कर रहा है. ये सवाल सिर्फ कैमूर पुलिस पर ही नहीं बल्कि पूरी वर्दी पर है जिसे लोगों की रक्षा के लिए पुलिसवाले पहनते हैं और फिर उसका इस्तेमाल रक्षा की बजाय हत्या के लिए करते हैं. कैमूर पुलिस पर आरोप है कि उसने सांप काटे हुए किसान से पैसे की मांग की. पैसे जुटाने के चक्कर में इलाज में देर हो गयी और किसान को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.
क्या है पूरा मामला ?:पूरा मामला कैमूर जिले के चैनपुर थाना इलाके के निविया ताड़ गांव का है. मृत किसान के भाई के आरोपों के मुताबिक बुधवार की रात को खेत पटवन के दौरान किसान लखन प्रसाद को जहरीले सांप ने डस लिया. बेचैन किसान खेत से भागते हुए गांव जा रहा था कि बीच में ही पुलिस के गश्ती दल ने उसे पकड़ लिया और पूछताछ करने लगी.
पुलिस ने मांगे 2 हजार रुपयेःआरोप के मुताबिक किसान ने बताया कि उसे सांप ने डस लिया है और वो घर जा रहा है, लेकिन पुलिसवालों ने उसकी कोई बात नहीं सुनी और 2 हजार रुपये की मांग की. यहां तक कि पुलिस पैसे के लिए उसके घर तक आ गयी. घर में भी पैसे नहीं थे तो जंगल के खेत में पटवन कर रहे बड़े भाई को बुलाया और जैसे-तैसे 700 रुपये दिये.
"पुलिस ने उसे पकड़ लिया और 2000 का डिमांड की और कहा कि कि पैसे दो उसके बाद हम जाने देंगे,पुलिस पैसे लेने के लिए मेरे घर आई और जब भाई के पास पैसे नहीं थे तो हमें फोन किया कि भैया पैसा लेकर आइए नहीं तो पुलिस नहीं छोड़ेगी. हमको सांप ने डस लिया है.हम जंगल के खेत में पटवन कर रहे थे. दौड़ते हुए घर पहुंचे. मेरे पास भी पैसे नहीं थे. किसी तरह व्यवस्था करके 700 रुपये पुलिसवालों को दिए गये तो मेरे भाई को छोड़ा."-जोगिंदर बिंद, मृतक किसान का भाई