देवघर: हिंदू धर्म में सावन महीने का विशेष महत्व है. इस साल सावन की शुरुआत 22 जुलाई से होने वाली है. हर साल झारखंड के देवघर में श्रावणी मेला का आयोजन किया जाता है. यह मेला पूरे एक माह तक चलता है. एक ओर जहां देवघर के श्रावणी मेले से लोगों की आस्था जुड़ी है, वहीं दूसरी ओर मेला रोजगार और कारोबार का भी साधन है.
एक माह के लिए स्थानीय युवाओं को मिलती है नौकरी
देवघर श्रावणी मेला में प्रशासन की ओर से भी एक माह के लिए ठेके पर युवाओं को काम पर रखा जाता है और इसके बदले उन्हें ड्यूटी के हिसाब से भुगतान किया जाता है. इससे एक ओर जहां प्रशासन का काम आसान हो जाता है, वहीं दूसरी ओर पढ़ने-लिखने वाले युवाओं के खर्चे निकल जाते हैं.
अनाउंसर की नौकरी के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी
देवघर श्रावणी मेला में अनाउंसर और वॉलेंटियर्स के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जारी है. कई युवाओं ने कताबद्ध होकर फॉर्म भरकर देवघर के सूचना भवन स्थित जिला जनसंपर्क विभाग के काउंटर में जमा किया.
हजारों युवाओं ने अनाउंसर की नौकरी के लिए किया है आवेदन
अनाउंसर की नौकरी के लिए अब तक हजारों युवा फॉर्म भर चुके हैं. फॉर्म भरने पहुंचे युवाओं ने बताया कि देवघर का श्रावणी मेला स्थानीय गरीब युवाओं के लिए काफी महत्व रखता है. मेला में काम करने से दो-तीन महीने का खर्च निकल जाता है.
सावन में युवाओं के लिए रोजगार का अवसर
फॉर्म भरने पहुंचे कुंदन यादव और योगेश कुमार बताते हैं कि सावन महीना निश्चित रूप से युवाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण है. अनाउंसर की नौकरी के माध्यम से युवाओं को कुछ पैसे कमाने का अवसर मिल जाता है. साथ ही अनाउंसमेंट सेंटर में काम करने से प्रशासनिक और सामाजिक लोगों से पहचान हो जाती है.
वहीं फॉर्म भरने पहुंचे छात्र ने बताया कि श्रावणी मेला में अनाउंसर की नौकरी से वह पूरे साल की पढ़ाई वह कर पाते हैं. एक महीने की आमदनी से वह साल भर का फॉर्म भर लेते हैं. हालांकि युवाओं ने कहा कि इस साल अनाउंसर पदों की संख्या काफी कम है और फॉर्म भरने वाले युवाओं की संख्या हजारों में है.
प्रतिदिन 400 से 500 आवेदन हो रहे हैं जमा