देवघर: धनवार विधानसभा सीट के लिए निर्दलीय प्रत्याशी निरंजन राय भाजपा में शामिल हो गए हैं. निरंजन राय के बीजेपी में शामिल होने पर जेएमएम नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी को जब हार का डर सताने लगा तो अपने बड़े नेताओं का हनक दिखाकर निरंजन राय को जबरदस्ती अपने पार्टी में शामिल करवा लिया. सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा केंद्रीय एजेंसियों का डर दिखाकर पेशे से ठेकेदार रह चुके निरंजन राय को भाजपा वालों ने जबरदस्ती बीजेपी में शामिल करवा लिया गया है.
सुप्रियो भट्टाचार्य ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता दूसरे को भ्रष्टाचारी बोलते हैं लेकिन यदि उनके पार्टी में भ्रष्टचारियों की लिस्ट निकाली जाए तो स्पष्ट हो जाएगा की कौन सी पार्टी सबसे ज्यादा भ्रष्ट है. उन्होंने कहा कि अजीत पवार, हेमंता बिस्वा सरमा, नारायण राणे, मधु कोड़ा ऐसे कई नाम हैं जो भाजपा में शामिल है और उनके ऊपर भ्रष्टाचार के बड़े आरोप हैं.
देवघर में पत्रकारों से बात करते हुए सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा के पास लोग नहीं हैं तो वह चंपई सोरेन को झामुमो से लेकर अपने पास ले गए. लोबिन हेंब्रम, सीता सोरेन ऐसे कई उदाहरण हैं जिसे भाजपा बहला फुसला कर अपनी पार्टी में शामिल करा लिया. उन्होंने निरंजन राय के भाजपा में शामिल होने पर कहा कि यह दसवीं अनुसूची में आता है, इसीलिए चुनाव आयोग बाबूलाल मरांडी और निरंजन राय पर संज्ञान ले. उन्होंने बाबूलाल मरांडी पर तंज कसते हुए कहा कि जब उनके विधायक दूसरे पार्टी में गए थे तो उन्हें दसवीं अनुसूची याद आती थी. आज वह खुद चुनाव के बीच में प्रत्याशियों की फेरबदल कर रहे हैं तो उन्हें अब कुछ याद नहीं आ रहा. सुप्रियो ने मधुपुर विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी गंगा नारायण सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा को प्रत्याशी भी गोवा से लाने पड़ते हैं.
बांग्लादेशी घुसपैठियों के मामले पर सुप्रियो ने कहा कि राशन कार्ड बनाने के लिए आधार कार्ड प्रमाण के तौर पर लिया जाता है और आधार कार्ड राज्य सरकार नहीं बनाती. जब आधार कार्ड लोगों के बन रहे हैं तो इसका मतलब भारत सरकार खुद ही किसी भी बाहरी घुसपैठिए को भारत की नागरिकता दे रही है. सुप्रियो भट्टाचार्य ने जवाब देते हुए कहा कि आधार कार्ड जब भारत सरकार खुद बनाकर लोगों को दे रही है, तो उसके आधार पर राशन कार्ड राज्य सरकार बना रही है तो इसमें क्या गलती है. यदि घुसपैठियों के एंट्री बॉर्डर में हो रही है तो उसकी अनुमति आधार कार्ड बनाकर भारत सरकार ही दे रही है.