रांची: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से विवाद उत्पन्न हो गया है. विवाद उस समय हुआ जब पूर्व मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा कि सरकार ने सभी नियमों और प्रोटोकॉल को दरकिनार कर सुरक्षा में लगे वाहनों को वापस बुला लिया है. लेकिन झारखंड पुलिस मुख्यालय ने इसका खंडन किया है.
चंपाई सोरेन के पास जेड प्लस के मानकों से अधिक सुरक्षा
झारखंड पुलिस के द्वारा जारी किए गए प्रेस रिलीज में यह बताया गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पास जेड प्लस सुरक्षा श्रेणी मानकों से अधिक सुरक्षाबल उपलब्ध हैं. चंपाई सोरेन की सुरक्षा में कटौती की खबरों को लेकर पुलिस मुख्यालय ने चंपाई सोरेन और उनके करीबियों के पास तैनात पूरे सुरक्षाबलों की जानकारी भी सार्वजनिक की है. पुलिस मुख्यालय ने बताया है कि चंपाई सोरेन के पास विशेष शाखा से छह, सरायकेला खरसांवा से पांच, सरायकेला खरसांवा से पूर्व मुख्यमंत्री आवास में 17, जैप वन से पायलट व स्कार्ट में 9, सरायकेला खरसांवा से पूर्व मुख्यमंत्री आवास सुरक्षा जिलिंगगोड़ा और रांची से 12 जवानों समेत कुल 63 पुलिसकर्मियों की तैनाती है.
पुलिस मुख्यालय ने बताया है कि ये सभी जवान एके 47, इंसास, रायफल, पिस्टल, मेटल डिटेक्टर, वायरलेस सेट एवं अन्य सुरक्षा उपकरणों से लैस हैं. चंपाई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन के पास दो अंगरक्षक और चंपाई सोरेन के पूर्व सलाहकार चंचल गोस्वामी के पास तीन अंगरक्षक और 1-4 आवास गार्ड उपलब्ध हैं.
वाहनों को लेकर भी दी गई जानकारी
वहीं पुलिस मुख्यालय ने प्रेस रिलीज जारी कर यह भी बताया कि मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद चंपाई सोरेन के पास तीन सरकारी फार्चूनर, 1 स्कार्पियो, 1 बुलेट प्रूफ सफारी, दो जिप्सी थे. मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात रहने वाले चार वाहनों को हटाया गया है, जबकि वर्तमान में भी चंपाई सोरेन के पास एक बुलेट प्रूफ सफारी, दो जिप्सी, 1 जैमर स्कार्पियो, एक इनोवा वाहन हैं.