रांची: झारखंड एटीएस की टीम ने रांची, रामगढ़ और हजारीबाग में छापेमारी कर रंगदारी और हत्या में शामिल तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है. तीनों अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद हजारीबाग में दो हत्या और रांची में रंगदारी के दो मामलों का खुलासा हुआ है.
क्या है पूरा मामला
झारखंड के हजारीबाग जिले में हाल के दिनों में एक महीने के अंदर चार हत्या की वारदातें हुई थीं. मामले की गंभीरता को देखते हुए झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए झारखंड एटीएस को भी लगाया था. इस मामले में झारखंड एटीएस की टीम ने हजारीबाग में हुई हत्या में शामिल कुख्यात अपराधी प्रमोद कुमार साहू को गिरफ्तार किया है. प्रमोद कुमार साहू कुख्यात तिवारी गिरोह का सदस्य है.
रंगदारी मामले में दो गिरफ्तार
दूसरे मामले में झारखंड एटीएस की टीम ने रांची पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर व्यवसायियों को धमकाकर रंगदारी वसूलने वाले दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों में बिहार के सीवान जिले का रहने वाला अभय कुमार मिश्रा और रांची के पिठोरिया का रहने वाला अब्दुल करीम शामिल है.
झारखंड एटीएस एसपी ऋषभ झा ने बताया कि गिरफ्तार अभय मिश्रा और अब्दुल करीम ने रांची के क्रशर संचालक शैलेंद्र प्रताप नारायण उर्फ अनूप सिंह से फोन पर 20 लाख की फिरौती मांगी थी. उस दौरान फोन करने वाले ने खुद को देवा गैंग का अविनाश तिवारी बताया और धमकी दी कि अगर फिरौती नहीं दी तो जान से मार दिया जाएगा. धमकी के बाद क्रशर संचालक शैलेंद्र प्रताप नारायण उर्फ अनूप सिंह ने बरियातू थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इस मामले में कार्रवाई करते हुए दोनों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.