शिवहर: बिहार की शिवहर लोकसभा सीट पर वैसे तो मुख्य मुकाबला पूर्व सांसद आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंदऔर आरजेडी कैंडिडेट रितु जायसवाल के बीच है लेकिन अंशुमन आनंद की उम्मीदवारी ने इसे रोचक बना दिया है. अंशुमन जेडीयू प्रत्याशी के छोटे बेटे हैं. ऐसे में चर्चा तेज हो गई है कि क्या वाकई वह अपनी मां को चुनौती देंगे. आखिर क्या जरूरत पड़ गई कि उन्होंने भी शिवहर सीट के लिए पर्चा भरा?
4 उम्मीदवारों के नामांकन रद्द: शिवहर लोकसभा क्षेत्र से कुल 17 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था. 7 मई को पर्चे की जांच के बाद 4 उम्मीदवारों का नामांकन रद्द हो गया है. इनमें निर्दलीय सुरेश कुमार गुप्ता, सुजीत कुमार, राष्ट्रीय समाज पक्ष के अमित कुमार सिंह और सर्व समाज जनता पार्टी के दिलीप कुमार श्रीवास्तव शामिल हैं.
शिवहर सीट पर 13 प्रत्याशियों की उम्मीदवारी: अब जो 13 प्रत्याशी शिवहर लोकसभा क्षेत्र के लिए चुनावी मैदान में हैं, उनमें जेडीयू की लवली आनंद, आरजेडी की रितु जायसवाल, वीरों के वीर इंडियन पार्टी से सुधीर कुमार सिंह, एआईएमआईएम के राणा रणजीत, समाज शक्ति पार्टी से मोहम्मद महताब आलम, बहुजन समाज पार्टी के बिजेंद्र ठाकुर, बाजीकंचन विकास पार्टी के जगदीश प्रसाद, राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी के उपेंद्र सहनी, प्रबल भारत पार्टी के दिलीप कुमार मिश्रा, समता पार्टी की ममता कुमारी के अलावे निर्दलीय के रूप में अखिलेश्वर श्रीवैष्णव, कन्हैया कुमार और अंशुमन आनंद शामिल हैं.
लवली आनंद के बेटे हैं अंशुमन आनंद:निर्दलीय प्रत्याशी अंशुमन आनंद ने अपने नामांकन पत्र में जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक वह आनंद मोहन के बेटे हैं. उनका पता भी सहरसा के गंगजला स्थित गौकुल चौक का है. यही एड्रेस उनकी मां लवली आनंद का भी उनके नामांकन पत्र में दर्ज है.
क्या मां के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे अंशुमन?: अब ऐसे में सवाल उठता है कि क्या अंशुमन आनंद अपनी ही मां के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे? असल में कई बड़े नेता अपने साथ किसी भरोसेमंद या परिवार के सदस्य से भी पर्चा दाखिल करवाते हैं ताकि अगर किसी कारणवश उनका नामांकन रद्द हो जाता है तो उनके करीबी चुनावी मैदान में बने रहेंगे. 2020 के विधानसभा चुनाव में भी लवली आनंद ने सहरसा विधानसभा सीट पर अपनी बेटी सुरभि आनंद से भी पर्चा दाखिल करवाया था. वहीं बाद में उन्होंने नाम वापस ले लिया था.
शिवहर में 25 मई को मतदान:छठे चरण के तहत शिवहर लोकसभा सीट पर 25 मई को वोटिंग होगी. 29 अप्रैल से नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई थी. 6 मई नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि थी. 7 मई को नामांकन पत्रों की समीक्षा हुई, वहीं 9 मई को उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकते हैं. माना जा रहा है कि इसी दिन अंशुमन भी नामांकन वापस ले लेंगे.