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जन्माष्टमी: इस बार 13 दिवसीय उत्सव, 12 से 25 अगस्त तक मं​डलियां देंगी प्रस्तुतियां, 26 को जन्मोत्सव - Janmashtami 2024

जयपुर में कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व 26 अगस्त को मनाया जाएगा. इस के तहत 13 दिवसीय उत्सव होगा. इस दौरान 12 से 25 अगस्त तक विभिन्न मंडलों की ओर से ठाकुर जी के चरणों में प्रस्तुतियां दी जाएंगी.

Krishna Janmotsav festival on 26 August
कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व 26 अगस्त को (ETV Bharat Jaipur)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 4, 2024, 4:34 PM IST

Updated : Aug 4, 2024, 8:18 PM IST

गोविंददेव मंदिर में 13 दिवसीय जन्माष्टमी उत्सव (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर: छोटी काशी में कृष्ण जन्माष्टमी पर्व को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. मंदिरों में रंग-रोगन से लेकर साज-सज्जा का दौर जारी है. शहर आराध्य गोविंददेव जी मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी के तहत 13 दिवसीय उत्सवों की शुरुआत 12 अगस्त से होगी. 25 अगस्त तक 25 से ज्यादा मंडलों की ओर से प्रस्तुतियां दी जाएंगी. 26 अगस्त को जन्माष्टमी उत्सव और नंदोत्सव 27 अगस्त को मनाया जाएगा.

गोविंदा की नगरी में आराध्या गोविंद देव जी मंदिर, राधादामोदर जी, गोपीनाथ जी, आनंदकृष्ण बिहारी, इस्कॉन, कृष्ण बलराम मंदिर में जन्माष्टमी पर विशेष कार्यक्रम होंगे. रोजाना कई झांकियां सजाई जाएंगी. इनमें विशेष फूल बंगले और शृंगार झांकी प्रमुख होंगी. गोविंद देव जी मंदिर प्रबंधक मानस गोस्वामी ने बताया कि गोविंददेव जी मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी के तहत 13 दिवसीय उत्सव होंगे.

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देश की प्रमुख कीर्तन मंडलियां भजनों के जरिए कृष्ण का गुणगान करेंगी. वहीं झांकियों के समय में भी बदलाव किया जाएगा. कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव के अंतर्गत मंदिर में विभिन्न मंडलों की ओर से सुबह हरिनाम संकीर्तन-भजन संध्या और शाम 7:00 से रात 8:30 बजे तक ठाकुरजी की झांकी के समक्ष सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. इस दौरान ठाकुरजी के विशेष बंगले सजाए जाएंगे. इन आयोजनों का श्रीगणेश 12 अगस्त को सुबह अष्ट प्रहर हरिनाम कीर्तन के साथ होगा.

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जन्माष्टमी महोत्सव के तहत भजनों के कार्यक्रम: उत्सव के पहले दिन 12 अगस्त को बंगाली कीर्तन मंडल के भक्त ठाकुरजी के समक्ष संगीतमय हरिनाम संकीर्तन करेंगे. 13 अगस्त को शाम को गिरिराज परिक्रमा मंडल की ओर से भजन संकीर्तन, 14 अगस्त को सुबह एसएमएस ब्लड बैंक की ओर से भजन संकीर्तन होगा. 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन सुबह गोविंद की गईया संकीर्तन मंडल, 16 अगस्त को गौर गोविंद महिला मंडल सुबह और त्रिवेणी सत्संग मंडल शाम को भजन संकीर्तन में अपनी हाजिरी देंगे. 17 अगस्त को मंदिर में 64 महंत भोग का विशेष कार्यक्रम होगा. इसी दौरान गोपीनाथ महिला मंडल की ओर से भजन संकीर्तन रहेगा. रात को शयन झांकी से मंगला झांकी तक बरसाना की रजनी चतुर्वेदी ठाकुरजी की पदवंदना करेंगी. 18 अगस्त नारायण नाम संकीर्तन मंडल, 19 अगस्त को जगद्गुरु रामानंद संकीर्तन मंडल कार्यक्रम होगा.

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20 अगस्त से सांस्कृतिक आयोजन की शुरुआत:20 अगस्त की सुबह गौरांग महाप्रभु मंदिर जयपुर के कलाकार भजन-संकीर्तन कर ठाकुरजी को रिझाएंगे. शाम को मीनाक्षी लंबोरिया शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम की प्रस्तुति देंगी. 21 अगस्त की सुबह राधा गोविंद प्रभात फेरी मंडल की ओर से भजन संकीर्तन होगा. इसी दिन शाम को आलोक भट्ट कृष्ण भजनों की स्वर लहरियां बिखरेंगे.

22 अगस्त को श्री निंबार्क परिषद मंडल की ओर से सुबह-भजन संकीर्तन होगा. 23 अगस्त को राधा गोविंद सखी परिवार की ओर से सुबह भजन-संकीर्तन और शाम को संजय राययादा-मंजू शर्मा गायन और नृत्य की प्रस्तुतियां देंगे. 24 अगस्त की सुबह विट्ठल भैया और उनके साथी भजन-संकीर्तन करेंगे. 25 अगस्त को सुबह वृंदावन वैष्णव मंडल की ओर से अष्ट प्रहर हरिनाम संकीर्तन किया जाएगा.

मुस्लिम पीढ़ियां करती आ रही शहनाई वादन: जन्मोत्सव की रंगत शहनाई वादन के साथ धीरे-धीरे परवान चढे़गी. मंदिर परिसर में कई पीढ़ियों से शहनाई वादन करने वाले मुस्लिम कलाकारों की माने तो धर्म चाहे कुछ भी हो, लेकिन यहां गोविंद का दीदार करना सभी बंधन को तोड़कर मन को शांति और सुकुन देता है. उनकी पांच पीढ़ियां अपनी कला से साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश कर रही हैं.

12 अगस्त से 25 अगस्त तक ये रहेगा झांकियों का समय :

12 अगस्त से मंदिर में झांकियों के समय में बदलाव किया गया है:

  1. मंगला झांकी सुबह 5:00 से 5.15 बजे
  2. धूप झांकी सुबह 7:45 से 9:00 बजे
  3. शृंगार झांकी सुबह 9:30 से 10:15 बजे
  4. राजभोग झांकी सुबह 10:45 से 11:15 बजे
  5. ग्वाल झांकी शाम 5:00 से 5:15 बजे
  6. संध्या झांकी शाम 5:45 से शाम 6:45 बजे
  7. उत्सव दर्शन शाम 7:00 से रात 8:30 बजे
  8. शयन आरती रात 9:00 से 9:15 बजे
Last Updated : Aug 4, 2024, 8:18 PM IST

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