जयपुर.राजधानी में पारा 45 डिग्री के पार जा पहुंचा है. इस भीषण गर्मी में भगवान को भी जल यात्रा करने की तैयारी की जा रही है. शहर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में वैशाख पूर्णिमा से ज्येष्ठ पूर्णिमा तक ठाकुर जी को विशेष तिथियों पर जलविहार करवाया जाएगा. इस दौरान ठाकुर जी भी भक्तों को पानी बचाने का संदेश देंगे. पहले जो जलविहार की झांकी 1 घंटे की हुआ करती थी, उसका समय घटाकर 15 मिनट कर दिया गया है.
जयपुर की मंदिरों में वैशाख पूर्णिमा यानी 23 मई से जल यात्रा उत्सव की शुरुआत होगी. जल यात्रा उत्सव के तहत ज्येष्ठ महीने की विशेष तिथियों पर ठाकुर जी को जलविहार कराया जाएगा. पहले वैशाख पूर्णिमा से एक महीने तक हर दिन 1 घंटे की जलविहार झांकी हुआ करती थी, लेकिन अब भक्तों को पानी बचाने का संदेश देते हुए विशेष तिथियों व उत्सव पर ही जलविहार की झांकी सजेगी. इस झांकी के दौरान गर्भगृह में ठाकुर जी को रियासत कालीन चांदी का फव्वारा लगाकर शीतलता प्रदान की जाएगी. साथ ही ठाकुर जी को सूती धोती धारण कराई जाएगी और तरबूज, आम, जामुन, फालसे जैसे ऋतु फलों का भोग लगाया जाएगा. इस दौरान खस और गुलाब का शरबत भी भगवान को अर्पित किया जाएगा.