जयपुर: जयपुर मेट्रो के फेज-2 में एयरपोर्ट कनेक्टिविटी पर विचार किया जा रहा है. इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार के बीच 50-50 की भागीदारी के साथ ज्वाइंट वेंचर कंपनी बनाने का प्रस्ताव है, और केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने के बाद फेज-2 की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को अपडेट किया जाएगा. इस पर सोमवार को यूडीएच सचिव वैभव गालरिया ने दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जयपुरवासियों को बेहतर आवागमन सुविधा देने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है और इस योजना को देशभर में मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा.
उन्होंने जयपुर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों को निर्देश दिए की इस प्रोजेक्ट में खर्चे और लागत का समुचित आकलन किया जाए. ताकि वित्तीय संसाधनों का सदुपयोग हो सके. साथ ही सभी स्टेक होल्डर्स के साथ समन्वय स्थापित कर गुणवत्ता और निर्धारित समय सीमा के अनुरूप काम पूरा किया जाए. ताकि आमजन के लिए जल्द से जल्द बेहतर परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके. गालरिया ने जयपुर एयरपोर्ट की मेट्रो कनेक्टिविटी की योजना पर भी मंथन किया. साथ ही कहा कि जयपुर एयरपोर्ट पर हर महीने हजारों की संख्या में यात्री आते हैं, खासकर अंतर्राष्ट्रीय टर्मिनल 1 पर. इसलिए ये बहुत जरूरी है कि जयपुर एयरपोर्ट मेट्रो के लिए प्रभावी कार्ययोजना बना जल्द काम शुरू किया जाए. उन्होंने ये भी कहा की जेडीए की ओर से जो भी कार्य प्रस्तावित है, उनका जयपुर मेट्रो के साथ समन्वय किया जाए.