बस्तर में शिक्षकों पर गिरी गाज, 4 शिक्षक निलंबित, जानिए वजह - Jagdalpur teachers suspended
बस्तर के स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों के खिलाफ मिल रही लगातार शिकायतों के बाद कलेक्टर ने बड़ी कार्रवाई की है. बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम ने लापरवाही बरतने पर 4 शिक्षकों को निलंबित कर दिया है. साथ ही कई शिक्षकों और अधिकारियों को शो कॉज नोटिस भी जारी किया है.
शिक्षकों को किया गया निलंबित (ETV Bharat Chhattisgarh)
जगदलपुर : बस्तर के स्कूलों में तैनात शिक्षकों द्वारा लगातार लापरवाही बरतने पर 4 शिक्षकों को बस्तर कलेक्टर विजय दयाराम ने निलंबित कर दिया है. साथ ही कई शिक्षकों और अधिकारियों को शो कॉज नोटिस भी जारी किया है.
कलेक्टर ने 4 शिक्षकों को निलंबित : बस्तर कलेक्टर ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के अलग-अलग ब्लॉकों के सरकारी स्कूलों का दौरा किया. औचक निरीक्षण के दौरान पाया कि कई शिक्षक बिना जानकारी दिए स्कूलों से नदारद है. ऐसे कई शिक्षक हैं, जो रेगुलर स्कूल ही नहीं आते हैं. ऐसे स्कूलों की रजिस्टर की जांच करने के बाद बस्तर कलेक्टर ने बस्तर ब्लॉक के सहायक ग्रेड-3 के एक, सहायक ग्रेड -2 के दो और एक सहायक शिक्षक को निलंबित कर दिया है. बस्तर कलेक्टर ने तोकापाल और बस्तर ब्लॉक के सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को गैर शैक्षणिक कार्य से हटाते हुए मूल संस्था में भेजने के भी निर्देश दिए हैं.
"शिक्षा सप्ताह के दौरान औचक निरीक्षण किया था. बोडनपाल और पल्ली चकवा के स्कूल में लगातार स्कूल में शिक्षकों की अनुपस्थिति को लेकर उन्हें निलंबित कर दिया गया है. साथ ही कई ऐसे शिक्षक और व्याख्याता थे, जो अपना मूल कार्य छोड़कर विभाग में अटैच थे, जिन्हें अपने मूल पद में भेजा गया है." - विजय दयाराम, कलेक्टर, जगदलपुर
गैर शैक्षणिक कार्य से हटाकर मूल संस्था में भेजा : कलेक्टर विजय दयाराम ने बताया, "विभाग के अधिकारियों से ऐसी भी जानकारी मिली है कि कई शिक्षक अपना संलग्नीकरण कर मुख्यालय में मौजूद रहते हैं. ऐसे शिक्षकों की भी लिस्ट जारी करने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए गए हैं."
शिक्षकों की लापरवाही की मिली थी शिकायतें : पिछले कुछ सालों से लगातार बस्तर जिले में 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम के नतीजे काफी खराब आ रहे हैं. यही नहीं, हाई स्कूल के साथ-साथ माध्यमिक और प्राथमिक शाला में भी बच्चों की उपस्थिति कम हुई है. शिक्षकों की भी अनुपस्थिति और लापरवाही बरतने की भी शिकायतें बस्तर कलेक्टर को मिल रही थी. जिसके बाद बस्तर कलेक्टर ने जिले के अलग-अलग ब्लॉक में स्थित हाई स्कूल, माध्यमिक स्कूल और प्राथमिक शालाओं का औचक निरीक्षण किया था.