आखिर क्यों लगती है वाहनों में आग, गर्मी में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए क्या करें उपाय? जानें सभी बातें - Why do vehicles catch fire - WHY DO VEHICLES CATCH FIRE
मध्यप्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में आसमान से आग बरस रही है. लगातार बढ़ रही गर्मी के कारण आए दिन कार और बाइक तक में आग लगने की खबरें आ रही हैं. आखिर कार और बाइक में आगजनी की घटनाएं क्यों होती हैं ये जानने के लिए पढ़िए हमारी ये खास रिपोर्ट.
जबलपुर। गर्मी के मौसम में अक्सर आपने कार और बाइक में आग लगने की खबरें सुनी होंगी. जबलपुर में बीते दो दिनों में एक कार और एक बाइक में आग लग गई. बाइक में आग लगने की वजह से एक युवक जिंदा जल गया, वहीं कार में बैठा परिवार मुश्किल से बच पाया. आखिर कार और अन्य वाहनों में आग क्यों लगती है? इसका बचाव कैसे किया जा सकता है? जानिए इस आर्टिकल में...
जब चलती हुई कार में लगी आग
जबलपुर के राइट टाउन में रहने वाले नीरज जैन सागर से एक शादी समारोह से लौट रहे थे. जबलपुर दमोह रोड पर गुरु पिपरिया के पास इनकी कार से हल्का-हल्का धुआं निकलना शुरू हुआ. नीरज कुछ समझ पाते तब तक कार में आग जलनी शुरू हो चुकी थी. फिर भी इन्होंने कोशिश करके कार को एक पेट्रोल पंप के पास लेकर आए, तब तक उनकी कार में तेज आग लग चुकी थी. नीरज जैन की कोशिश थी कि पेट्रोल पंप पर शायद उनको अग्निशमन से जुड़े हुए सामान मिल जाएंगे और वह अपनी कार को जलने से बचा पाएंगे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ और कार तेजी से जलना शुरू हो गई. कार में नीरज जैन के अलावा उनकी पत्नी और दो बच्चे भी थे. नीरज ने बताया कि उनकी कार में स्पार्किंग हो रही थी और स्पार्किंग की वजह से आग लग गई.
आखिर क्यों लगती है वाहनों में आग, आग से बचने के लिए क्या करें उपाय, जानिए सब कुछ
बाइक में आग लगी
इसी तरह एक घटना जबलपुर के बरगी इलाके में घटी. यहां 200 सीसी की एक मोटर बाइक को एक युवक तेज रफ्तार से चला रहा था. तेज रफ्तार के वजह से गाड़ी में बहुत ज्यादा हीट पैदा हुई. इसी दौरान गाड़ी बहक गई और जैसे ही बाइक गिरी, उसने आग पकड़ ली. आग लगने की वजह से न केवल गाड़ी जल गई बल्कि 18 साल का युवक भी आग में जिंदा जल गया. युवक जबलपुर के गोरा बाजार का रहने वाला था और अपने दोस्तों के साथ बरगी घूमने गया था.
ओला बाइक में आग
कुछ ऐसा ही बुधवार को जबलपुर में एक ओला बाइक के साथ हुआ. ओला बाइक को एक युवक तिलवारा पुल से आगे ले जा रहा था. इसी दौरान उसको ऐसा लगा की गाड़ी से धुआं निकल रहा है. उसने बाइक को छोड़ा और दूसरी जगह खड़ा हो गया और देखते ही देखते पूरी बाइक जलकर खाक हो गई.
आखिर क्यों लगती है गाड़ियों में आग ?
इन घटनाओं ने यह तो साबित कर दिया है कि यह मोटर वाहन पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं, लेकिन हजारों की तादाद में चलने वाले सभी वाहनों में दुर्घटनाएं क्यों नहीं होती और कुछ में जो दुर्घटनाएं हो रही हैं उनकी वजह क्या है? हमने जबलपुर में लंबे समय से कार सुधरने वाले मैकेनिक प्रवेन्द्र पटेल से बात की. उनका कहना है कि सामान्य तौर पर कार में आग लगने की बहुत बड़ी वजह शॉर्ट सर्किट होती है. शॉर्ट सर्किट में हल्की-हल्की स्पार्किंग होती रहती है और ज्यादा गर्मी की वजह से यही स्पार्किंग आग का रूप ले लेती है. दूसरी बड़ी वजह के बारे में उन्होंने बताया कि खासतौर पर ये समस्या पेट्रोल गाड़ियों में ज्यादा देखने को मिलती है. पेट्रोल गाड़ी यदि धूप में खड़ी है तो इनके पाइप ढीले हो जाते हैं और इन पाइप से पेट्रोल निकलना शुरू हो जाता है और वह आग की एक बड़ी वजह बनती है.
क्या उपाय करें ?
यदि आपकी गाड़ी धूप में खड़ी रहती है तो गाड़ी के अंदर के पुर्जों की जांच किसी मैकेनिक से करवा लें. गाड़ी में कहीं भी स्पार्किंग हो रही हो तो उसको हल्के में ना लें और तुरंत मैकेनिक से इसे ठीक करवा ले. गाड़ी चलाते वक्त गाड़ी के अंदर से यदि पेट्रोल या डीजल की महक आ रही हो तो हो सकता है गाड़ी में कहीं से पेट्रोल या डीजल लीक हो रहा हो इसलिए तेल के पाइप की जांच करें. इंजन में तेल और कूलेंट का हमेशा ध्यान रखें और खासतौर पर गर्मियों में कूलेंट को चेक करते रहें.
यदि आग लग जाए तब क्या करें ?
आजकल ज्यादातर कार फुली लोडेड होती हैं. एक बार कार के इंजन में आग लगती है तो डोर लॉक हो जाते हैं इसलिए कार के भीतर कोई ऐसा सामान रखें, जिससे विंडो ग्लास तोड़े जा सकें. इसके अलावा कांच तोड़ने के दो तरीके हैं पहला सीट के ऊपर लगा हुआ हेड रेस्ट है, जो आसानी से निकल आता है और इसके नीचे के लोहे से कांच को तोड़ा जा सकता है. दूसरा सीट बेल्ट में जो लोहे का क्लिप होता है उसकी नोक भी कांच पर लगने से कांच तुरंत टूट जाता है. इसलिए यदि कोई आपात स्थिति बने तो उसे क्लिप से भी कांच को तोड़कर कार से बाहर निकाला जा सकता है.
कार के भीतर यदि कोई अग्निशामक यंत्र है तो आग से सबसे अच्छा बचाव हो सकता है. यदि गाड़ी में गैस किट लगी है तो आग लगने पर मामला ज्यादा गंभीर हो जाता है. इसलिए यदि गैस किट वाली गाड़ी है तो उसकी जांच लगातार कराते रहें वरना यह सुविधा आपके लिए जानलेवा भी साबित हो सकती है.