जबलपुर: देश में सायबर क्राइम की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. सरकार के साथ ही जांच एजेंसियों व पुलिस की सख्ती के बाद भी सायबर क्राइम करने वाले गिरोह लगातार वारदात कर रहे हैं. ऐसे में सायबर क्राइम की घटनाओं की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार ने राज्यसभा के सदस्यों की समिति बनाई है. समिति को जिम्मेदारी दी गई कि वे राज्यों का दौरा कर सायबर सिक्योरिटी के लिए गए इंतजामों का जायजा लें. ऐसी ही बैठक मध्यप्रदेश के जबलपुर में रखी गई. लेकिन इसमें इस समिति के 9 सदस्यों में केवल 2 सदस्य ही पहुंचे.
राज्यसभा की सूचना और संचार प्रौद्योगिकी प्रबंधन समिति
जबलपुर में राज्यसभा की सूचना और संचार प्रौद्योगिकी प्रबंधन समिति का अध्ययन दौरा प्रस्तावित था. इसमें राज्यसभा के 9 सांसदों को आना था, लेकिन सायबर सिक्योरिटी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर भी राज्यसभा के सांसदों ने गंभीरता नहीं दिखाई. संसदीय समिति की इस बैठक में 9 में से मात्र दो सांसद ही पहुंचे. जबकि सरकार की ओर से इन सांसदों की आवभगत में कोई कमी नहीं छोड़ी गई. इस सांसदों के लिए जबलपुर जिला प्रशासन ने शहर के सबसे महंगी फाइव स्टार होटल में इस आयोजन का इंतजाम करवाया.
जबलपुर में राज्यसभा की सूचना और संचार प्रौद्योगिकी प्रबंधन समिति (ETV BHARAT) मध्यप्रदेश सरकार ने सायबर क्राइम रोकने के इंतजाम बताए
इस बैठक का उद्देश्य देश डिजिटल अरेस्ट सहित कई प्रकार के सायबर क्राइम की रोकथाम के लिए उपाय खोजना था. जबलपुर में सायबर सुरक्षा प्रोटोकॉल और नागरिकों का डाटा सुरक्षित करने पर चर्चा की गई. मध्य प्रदेश सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी से जुड़े अधिकारियों ने पूरी तैयारी के साथ प्रेजेंटेशन दिया. अपर मुख्य सचिव संजय दुबे ने राज्यसभा की संसदीय समिति के सामने मध्य प्रदेश की सायबर सिक्योरिटी की जानकारी दे. बैठक में सरकार ने बताया कि प्रदेश में किस तरह सायबर सिक्योरिटी के इंतजाम किए गए हैं.
कई बैंकों के अफसर भी पहुंचे प्रेजेंटेशन देने
बैठक में भारतीय स्टेट बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक और डाक विभाग के अधिकारी भी डाटा सिक्योरिटी का प्रेजेंटेशन देने पहुंचे. इन सभी ने अपना प्रेजेंटेशन दिया. हालांकि इन सभी अफसरों को थोड़ी निराशा भी हुई कि उनकी बात सुनने के लिए समिति के सभी सांसद नहीं पहुंचे. बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे. इनमें इस कमेटी के अध्यक्ष निरंजन बिशी और गुलाम अली ही समय निकाल पाए. संसदीय समिति के दूसरे सदस्य सांसद किरण चौधरी, अनिल कुमार यादव, एन आर एलांगो,अशोक कुमार मित्तल, वी विजय आशी रेड्डी और मनोज कुमार झा जबलपुर नहीं आए.
आवभगत की व्याापक तैयारी, फिर भी नहीं आए सांसद
खास बात ये है कि संसदीय समिति के सदस्यों के आवभगत की व्यापक स्तर पर तैयारियां की गईं. उनके आने-जाने, रुकने और घूमने-फिरने के पूरे इंतजाम किए गए. लेकिन संसदीय समिति के सदस्यों ने बैठक में पहुंचने के लिए रुचि नहीं दिखाई. इस मामले में जबलपुर के वरिष्ठ पत्रकार रविंद्र दुबे का कहना है "संसदीय समिति की बैठक में 9 में 7 सांसदों का ना आना, न केवल आम जनता के पैसे की बर्बादी है बल्कि सायबर सिक्योरिटी जैसे मुद्दे पर सांसदों का क्या रुख है, यह दर्शाता है."