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इंटर पास ठग ने फर्जी CMO बनकर IT इंजीनियर से हड़प लिए 2 लाख; फिर से पैसे वसूलने की थी तैयारी, पकड़ा गया - IT engineer cheated

फर्जी CMO बनकर IT इंजीनियर से 2 लाख 20 हजार की ठगी करने वाले और उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. फर्जी सीएमओ ने आईटी इंजीनियर और उसके परिवार को जेल भेजने का डर दिखाया था. ठगी के एक साल बाद फिर से पैसे हड़पने के लिए पुलिसवाला बनकर फोन किया था.

बरेली में आईटी इंजीनियर से ठगी.
बरेली में आईटी इंजीनियर से ठगी. (Photo Credit; ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 27, 2024, 7:29 PM IST

बरेली : फर्जी CMO बनकर IT इंजीनियर से 2 लाख 20 हजार की ठगी करने वाले और उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. फर्जी सीएमओ ने आईटी इंजीनियर और उसके परिवार को जेल भेजने का डर दिखाया था. ठगी के एक साल बाद फिर से पैसे हड़पने के लिए पुलिसवाला बनकर फोन किया था. इसी के बाद जानकारी पुलिस को हुई और ठगी करने वाले पकड़े गए. इस मामले में एक महिला आरोपी फरार है, जबकि एक अन्य आरोपी जेल में पहले से बंद है.

बरेली में आईटी इंजीनियर से ठगी. (Video Credit; ETV Bharat)

ठगी की यह घटना बरेली के इज्जतनगर थाना क्षेत्र की है. यहां के राजेंद्र सक्सेना के पुत्र अभिषेक की 20 नवंबर 2023 तो मौत हो गई थी. दूसरे पुत्र आईटी इंजीनियर मयंक सक्सेना जब भाई के शव को घर ले आए तो डेड बॉडी में कुछ गर्माहट महसूस की. इसके बाद भाई के जीवित होने की उम्मीद में मोहल्ले के झोलाछाप डॉक्टर सोमपाल को बुलाया. हालांकि अभिषेक की मौत हो चुकी थी. इसके दो-तीन दिन बाद सोमपाल ने मयंक सक्सेना को अपनी क्लीनिक पर बुलाया. मयंक से कहा कि उसके भाई की मौत के मामले में किसी व्यक्ति ने जहर देकर हत्या का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है. इस मामले में बरेली के सीएमओ और उनकी टीम आई हुई है. इससे मयंक घबरा गए.

सोमपाल ने मयंक सक्सेना और उसके माता-पिता को भाई की हत्या के आरोप में जेल भेजने डरा दिखाया. इसके साथ ही 300000 रुपये की मांग की. इसके बाद झोलाछाप डॉक्टर सोमपाल ने सुरजीत को बरेली का सीएमओ और राजकुमारी को उसकी पत्नी बता कर मयंक सक्सेना से 220000 रुपए ठग लिए.

बरेली के पुलिस अधीक्षक नगर राहुल भाटी ने बताया कि मयंक सक्सेना भाई अभिषेक की मौत के बाद माता-पिता के साथ नोएडा जाकर रहने लगे. इस तरह एक साल बीत गए. तीन-चार दिन पहले उनके पास फिर से एक फोन आया. इस बार फोन करने वाले ने खुद को पुलिसकर्मी बताया और कहा कि वह सीओ ऑफिस से बोल रहा है. कहा कि अभिषेक की मौत के मामले की फिर से जांच शुरू हो गई है. सोमपाल को नोएडा पुलिस ले गई है. साथ ही मयंक को बरेली बुलाया. मयंक अपने माता-पिता के साथ बरेली क्षेत्राधिकार प्रथम के पास पहुंचे. यहीं पर ठगी का खुलासा हुआ.

पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि फोन करने वाला कोई पुलिसकर्मी नहीं, बल्कि ठगी करने वाले गैंग का सदस्य है. इसके बाद कोतवाली पुलिस ने कॉल किए गए नंबर और अन्य तथ्यों के आधार पर इज्जत नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले इंटर पास फर्जी सीएमओ सुरजीत और उसके साथी मिसिरयार को गिरफ्तार कर लिया. जबकि उनके झोलाछाप डॉक्टर साथी सोमपाल को कुछ दिन पहले ही ठगी के एक मामले में बुलंदशहर पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी थी. कोतवाली की पुलिस ने फर्जी सीएमओ सुरजीत और उसके साथी मिसिरयार को जेल भेज दिया है. जबकि फर्जी सीएमओ की पत्नी बनने वाली राजकुमारी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है.

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