लखनऊ :यूपी की योगी सरकार अब पूर्व मंत्री आजम खान का साथ देने वाले अफसरों पर कार्रवाई शुरू कर रही है. इस कड़ी में रामपुर के तत्कालीन एसपी अशोक शुक्ला के खिलाफ गृह विभाग ने जांच शुरू की है. आरोप है कि अशोक शुक्ला ने शत्रु संपत्ति मामले में आजम खान की मदद करते हुए मुकदमे में गंभीर धाराओं को हटाते हुए विवेचक भी बदल दिया था, जिससे आजम खान का केस से नाम हटवाया जा सके. गृह विभाग ने रामपुर के पूर्व एसपी अशोक शुक्ला की जांच के लिए एक दो सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है. इसमें अलीगढ़ की मंडलायुक्त चैत्रा वी और आईजी विजिलेंस मंजिल सैनी शामिल हैं.
दस्तावेजों में की गई जालसाजी :दरअसल, रामपुर की जौहर विश्वविद्यालय का कुछ अंश शत्रु संपत्ति पर बना हुआ था. यह संपत्ति बटवारे के समय पाकिस्तान गए इमाम कुरैशी की थी. जिसे वर्ष 2006 में शत्रु संपत्ति घोषित करते हुए भारत सरकार के कस्टोडियन विभाग में दर्ज किया गया था. हालांकि समय-समय पर सारी संपत्तियों की जांच की जाती है, जिस दौरान यह सामने आया कि राजस्व विभाग के दस्तावेजों में जालसाजी कर शत्रु संपत्ति को खुर्द बुर्द करने के लिए आफाक अहमद के नाम पर दर्ज कर दिया गया था. इतना ही नहीं, उक्त जमीन से जुड़े दस्तावेजी के कई पेज फटे हुए थे.