नई दिल्ली:दिल्ली के साकेत कोर्ट परिसर में मोबाइल चोरी की घटना ने सुरक्षा पर भी सवाल खड़े कर दिए. शिकायतकर्ता ने ईएफआईआर दर्ज की जिस पर कार्रवाई करते हुए इंटर स्टेट सेल, क्राइम ब्रांच ने मामले की जांच पड़ताल की. क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी बब्लू उर्फ दीपक (39) और दो अन्य रिसीवर अर्जुन उर्फ मोटा (27) और मनीष उर्फ अक्षय उर्फ मन्नी (27) को भी गिरफ्तार किया है. साकेत थाना पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी के आईफोन समेत कुल 11 मोबाइल फोन बरामद किए हैं.
22 मई को साकेत कोर्ट से हुई थी चोरी:डीसीपी अमित गोयल के मुताबिक साकेत थाने में 22 मई को साकेत कोर्ट से मोबाइल चोरी की ईएफआईआर दर्ज करवाई गई थी. इस मामले को गंभीरता से लेते इंटर स्टेट सेल, क्राइम ब्रांच के एसीपी रमेश चंदर की देखरेख में इंस्पेक्टर कमल कुमार और इंस्पेक्टर सतेंद्र मोहन के नेतृत्व में टीम गठित की गई. टीम ने मामले की जांच पड़ताल करते हुए साकेत कोर्ट कॉम्प्लेक्स के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. कोर्ट की दोपहर करीब 2 बजे की फुटेज में शिकायतकर्ता के पास एक संदिग्ध व्यक्ति की संदिग्ध गतिविधि नजर आई. उसके बाद संदिग्ध अदालत परिसर से बाहर चला गया.
इसके बाद, टीम ने संदिग्धों की ओर से चुने गए रास्ते के सीसीटीवी फुटेज की जांच की और संदिग्ध की आगे की गतिविधि को मालवीय नगर मेट्रो स्टेशन में प्रवेश करते हुए रोक लिया गया. संदिग्धों की तस्वीरें को डेवल्प किया गया. पता चला कि संदिग्ध पटेल चौक पर मेट्रो से उतर गया. इसके बाद, संदिग्ध व्यक्तियों की तस्वीरें आसपास के इलाकों में गुप्त मुखबिरों को दिखाई गईं और संदिग्ध की पहचान दिल्ली के पहाड़गंज में रहने वाले बबलू उर्फ दीपक के रूप में हुई.
12 हजार में बेचा चोरी का फोन:टीम ने बब्लू उर्फ दीपक को वजीरपुर, दिल्ली से पकड़ा और उससे पूछताछ की. उसको साकेत कोर्ट में घटना के दिन उसकी तस्वीर और गतिविधि के बारे में बताया गया. पूछताछ के दौरान, उसने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है और खुलासा किया कि उसने मोबाइल फोन अर्जुन उर्फ मोटा नामक व्यक्ति को बेच दिया था. उसके कहने पर अर्जुन उर्फ मोटा को पकड़ा गया और पूछताछ की गई, जिसने स्वीकार किया कि उसने चोरी का मोबाइल फोन आई फोन 14 प्रो बबलू उर्फ दीपक से ₹ 12,000 रुपए में खरीदा था.