मुज्जफरनगरःउत्तर प्रदेश की नौ सीटों पर हो रही वोटिंग के दौरान कई विवाद सामने आए हैं. इसी कड़ी में मीरापुर विधासभा क्षेत्र में वोटिंग के दौरान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
वीडियो में एसएचओ महिलाओं पर अपनी पिस्तौल ताने हुए नजर आ रहे हैं. इसके साथ ही धमकी देते हुए भी सुने जा रहे हैं. इस वीडियो को लेकर अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया है. वहीं, एसएसपी ने वीडियो पर सफाई देते हुए कहा कि यह वीडियो अधूरा है.
मीरापुर में एसएचओ ने तानी पिस्तौल. (Video Credit; ETV Bharat) दरअसल, वायरल वीडियो मीरापुर सीट के ककरौली गांव का है. पुलिस के अनुसार, वोटिंग के दौरान दो पक्षों में झड़प हो गई थी. इसके साथ ही पथराव भी किया गया था. इसी दौरान ककरौली थाना के प्रभारी राजीव शर्मा दंगा रोकने की कोशिश करने पहुंचे थे.
सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा, उसमें थाना प्रभारी महिलाओं पर पिस्टल तानकर गोली मारने की धमकी देते हुए नजर आ रहे हैं. वह कहते सुनाई दे रहे हैं कि यहां से चली जाओ नहीं तो गोली मार दूंगा. पुलिस का कहना है कि अगर प्रभारी राजीव भीड़ को ना रोकते तो कई पुलिस वाले घायल हो जाते और भीड़ पर काबू पाना मुश्किल हो जाता. वहीं, अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा है 'मीरापुर के ककरौली थाना क्षेत्र एसएचओ को चुनाव आयोग तुरंत निलंबित करे.क्योंकि वो रिवॉल्वर से धमकाकर वोटर्स को वोट डालने से रोक रहे हैं.'
एसएसपी अभिषेक सिंह ने कहा कि जो वीडियो वायरल हो रहा है वह अधूरा है. ककरौली में कुछ व्यक्तियों में झगड़ा हुआ था और शांति भंग हो रही थी. जब पुलिस नियंत्रण करने पहुंची तब उन्होंने पथराव किया. इसके बाद उपद्रव कर रहे लोगों ने महिलाओं को आगे कर दिया. जब लोग नहीं माने तब थाना प्रभारी द्वारा पिस्तौल दिखाकर लोगों को नियंत्रित किया गया. किसी ने वीडियो को अधूरा पेश करके गलत दिखाया है. पथराव और दंगा करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
इसे भी पढ़ें-मीरापुर उपचुनाव; शाम 5 बजे तक 57.15 % लोगों ने किया मताधिकार का प्रयोग