जयपुर.राजधानी के करणी विहार थाना इलाके में एक युवक के सिर पर बैट से वार कर हत्या करने के मामले में पुलिस ने आरोपी क्षितिज शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में एक और खुलासा हुआ है. सीएम सिक्योरिटी में तैनात आरोपी के पिता इंस्पेक्टर ने खुद को डीआईजी बताकर हाल ही में एक रेस्टोरेंट में धौंस जमाई थी. पैसे मांगने पर रेस्टोरेंट में इंस्पेक्टर ने तोड़फोड़ और मारपीट की थी. रेस्टोरेंट संचालक ने वैशाली नगर थाने में मामला दर्ज करवाया है. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस हेडक्वाटर ने इंस्पेक्टर प्रशांत शर्मा को सस्पेंड कर दिया है.
पीड़ित रेस्टोरेंट संचालक कृष्णा सोनी ने वैशाली नगर थाने में प्रशांत शर्मा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है. कृष्णा सोनी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि हत्यारे का पिता प्रशांत शर्मा खुद को डीआईजी बताता था. कॉलोनी और बाजार में अपनी धौंस जमाता था. 29 मार्च को प्रशांत शर्मा ने खुद को डीआईजी बताकर 20 लोगों के साथ गणेश मार्ग स्थित रेस्टोरेंट में पार्टी की थी. उस वक्त प्रशांत शर्मा ने अपने परिवार के साथ रेस्टोरेंट में शराब पीना शुरू कर दिया. रेस्टोरेंट स्टाफ ने फैमिली रेस्टोरेंट का हवाला देकर शराब पीने से मना किया तो प्रशांत शर्मा और उसके बेटे क्षितिज शर्मा ने रेस्टोरेंट कर्मियों के साथ मारपीट कर दी. यही नहीं, पार्टी का बिल करीब 14,000 रुपए का बना था. बिल आने पर प्रशांत शर्मा ने केवल 5000 रुपये ही दिए. पूरे पैसे मांगने पर प्रशांत शर्मा फिर से भड़क उठा और उसने रेस्टोरेंट में तोड़फोड़ कर दी. उस वक्त प्रशांत शर्मा ने कहा कि मैं डीआईजी हूं और इतने ही रुपए दूंगा. क्षितिज ने भी शराब पी रखी थी. यहां तक की उसकी पत्नी ने भी रेस्टोरेंट संचालक के साथ मारपीट की. रेस्टोरेंट संचालक की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो प्रशांत शर्मा ने उन्हें भी डीआईजी बताकर वापस भेज दिया. इसके बाद इंस्पेक्टर प्रशांत शर्मा रोब दिखाकर होटल रेस्टोरेंट में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर भी अपने साथ ले गया.