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झारखंड में इंडिया गठबंधन के पक्ष में शुरुआती चुनावी रुझान, हेमंत और कल्पना का दिखा करिश्मा - JHARKHAND ELECTION RESULTS 2024

झारखंड में शुरुआती रुझानों में इंडिया गठबंधन की सरकार बनती दिख रही है. एनडीए को कई सीटों का नुकसान होता दिख रहा है.

JHARKHAND ELECTION RESULTS 2024
डिजाइन इमेज (ईटीवी भारत)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 23, 2024, 11:22 AM IST

Updated : Nov 23, 2024, 11:57 AM IST

रांचीः झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए मतों की गिनती के दौरान आए शुरूआती रुझान ने इंडिया गठबंधन खेमे में खुशी की लहर पैदा कर दी है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले इंडिया गठबंधन को 48 सीटों पर बढ़त है. वहीं एनडीए सिर्फ 31 सीटों पर संघर्ष करता नजर आ रहा है. लिहाजा, शुरूआती रुझान के तहत झारखंड में इंडिया गठबंधन की सरकार बनती दिख रही है. क्योंकि झारखंड में बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरत होती है. खास बात है कि दो एजेंसियों को छोड़कर ज्यादातर एजेंसियों ने एग्जिट पोल में एनडीए की सरकार बनाने का अनुमान जताया था, लेकिन झामुमो के सभी नेता इस बात को लेकर कॉन्फिडेंट थे कि इंडिया गठबंधन को 50 से ज्यादा सीटें आएंगी. वहीं, झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि रुझानों में इंडिया गठबंधन आगे चल रहा है. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन इससे भी बेहतर प्रदर्शन करेगा.

जानकारी देते झामुमो के केंद्रीय महासचिव (ETV BHARAT)
सबसे खास बात है कि चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए और झामुमो के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन ने लोकहित से जुड़ी कई बड़ी घोषणाएं की थी. महिलाओं को सम्मान राशि से लेकर सस्ते दर पर सिलेंडर देने का वादा किया गया था. एनडीए ने सरकार बनने पर सभी सरकारी पदों को भरने का वादा किया था, लेकिन शुरूआती रुझान बता रहे हैं कि इंडिया गठबंधन के वादों पर जनता ने मोहर लगाई है. कई मायनों में इस बार का चुनाव बेहद खास रहा. एक तरफ पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, असम, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के सीएम ने एनडीए के लिए चुनावी सभा की तो दूसरी तरफ नेशनल फिगर के रूप में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे नजर आए, लेकिन सबसे ज्यादा मेहनत झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन करती नजर आईं.

अभी तक के रुझान बता रहे हैं कि बांग्लादेशी घुसपैठ और डेमोग्राफी का मामला संथाल में कुछ हद तक चला है, लेकिन कोल्हान में चंपाई सोरेन के आने के बावजूद अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व सीटों पर एनडीए को कोई फायदा मिलता नजर नहीं आ रहा है. पलामू और उत्तरी छोटानागपुर में भाजपा को बड़ा नुकसान होता दिख रहा है. अगर यही रुझान नतीजों में कन्वर्ट होता है तो हेमंत सोरेन पहले ऐसे नेता होंगे जो चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री की कमान संभालेंगे.

Last Updated : Nov 23, 2024, 11:57 AM IST

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