इंदौर: इंदौर क्राइम ब्रांच को एक उद्योगपति की बहू ने डिजिटल अरेस्ट से संबंधित शिकायत की है. फिलहाल पूरे ही मामले में पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है. मामला काफी हाई प्रोफाइल है. इसमें ठग ने जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को गिरफ्तार करने की बात कह कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.
अधिकारी बन उद्योगपति की बहू के साथ ठगी
शहर के बड़े उद्योगपति सुभाष गुप्ता की बहू वंदना गुप्ता ने इंदौर क्राइम ब्रांच की नेशनल साइबर क्राइम हेल्पलाइन पर शिकायत की. इसके बाद वह इंदौर क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंची और वहां पर पुलिस के वरिष्ट अधिकारियों से मुलाकात कर अपने साथ हुई ठगी की जानकारी दी. पीड़ित ने पुलिस को बताया कि, ''9 नवंबर को उनके पास व्हाट्सएप कॉल आया और ठगी करने वाले ने खुद को ईडी का अधिकारी बताते हुए कहा कि, ''करोड़ों रुपए के घोटाले में जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को गिरफ्तार किया है. जब मामले की जांच पड़ताल की गई तो उस दौरान आपके (महिला) खाते की जानकारी लगी. जिसमें बड़ी मात्रा में काले धन का आदान-प्रदान हुआ है. जिसके चलते आपके खिलाफ मनी लॉड्रिंग सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज होना है.''
ठग ने अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवाए 1 करोड़ 60 लाख रुपये
इसके बाद ठग ने वंदना गुप्ता से कहा कि, आपके बैंक एकाउंट, कारोबार और आईडी कार्ड की पूरी जानकारी दें. ताकि हम आपके बैंक खातों की जांच पड़ताल करवा लें. साथ ही ठग ने एक अकाउंट नंबर भी दिया और कहा कि आपके अकाउंट में जितने भी रुपए हैं, उन रूपयों को इस अकाउंट में ट्रांसफर कर दीजिए. जब तक जांच चल रही है तब तक यह रुपए हमारे पास सुरक्षित रहेंगे. अतः वंदना गुप्ता ठग की बातों में आ गईं और बैंक में रखे हुए एक करोड़ 60 लाख रुपए ठग के अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद ठग और पैसों की डिमांड करने लगा. तभी वंदना को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने फोन काटने के बाद नेशनल साइबर क्राइम की हेल्पलाइन में शिकायत की.
पुलिस ने किया केस दर्ज, जांच जारी
उसके बाद महिला ने इंदौर क्राइम ब्रांच के दफ्तर आकर प्रकरण दर्ज करवाया. इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया का कहना है कि, ''पूरे ही मामले में प्रारंभिक तौर पर प्रकरण दर्ज कर लिया गया है. मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.'' बता दें कि इंदौर में इस तरह के अभी तक 65 मामले सामने आ चुके हैं. समय-समय पर हाउस अरेस्ट से संबंधित पुलिस के द्वारा एडवाइजरी भी जारी की जा चुकी है. लेकिन उसके बाद भी ठग अलग-अलग तरह से वारदातों का अंजाम दे रहे हैं.