मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

यहां हर बुधवार को आते हैं एक गणेश जी, 20 सालों में विराजित हुए साढ़े 4 हजार गणपति - Indore unique devotee Lord Ganesha

इंदौर के बंगाली चौराहे पर रहने वाले चार्टर्ड अकाउंटेंट राजकुमार शाह गणेश भगवान के परम भक्त हैं. शाह अपने घर में हर बुधवार को एक गणेश प्रतिमा की स्थापना करते हैं. इसी वजह से अब उनके घर में प्रतिमाओं की संख्या 4 हजार से ज्यादा है.

INDORE UNIQUE DEVOTEE LORD GANESHA
इंदौर में गणेश भगवान के अनोखे भक्त ने घर में लगाया मूर्तियों का अंबार (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 12, 2024, 7:52 PM IST

इंदौर: भगवान गणेश के प्रति आस्था यदि किसी का शौक बन जाए तो पूरा जीवन गणेश जी की प्रतिमाएं एकत्र करने के जुनून में बदल सकता है. इंदौर में इसी तरह की अद्भुत आस्था की पहचान बना चुके हैं बंगाली चौराहे पर रहने वाले चार्टर्ड अकाउंटेंट राजकुमार शाह. जिनके घर में एक या दो नहीं बल्कि साढ़े 4 हजार से ज्यादा गणेश प्रतिमाएं विराजित हो चुकी हैं. ये सभी मूर्तियां अपने आप में अनूठी और दुर्लभ हैं.

इंदौर में गणेश भगवान के अनोखे भक्त ने घर में लगाया मूर्तियों का अंबार (ETV Bharat)

घर में हैं हजारों गणेश प्रतिमाएं

मध्य प्रदेश सहित देश भर में गणेश महोत्सव के दौरान कई पंडालों में गणेश जी विराजे हैं. वहीं इंदौर में एक ऐसा घर भी है, जहां बीते दो दशक से हर बुधवार को एक दंपति द्वारा एक गणेश मूर्ति की स्थापना की जाती है. 20 सालों से जारी इस क्रम के फलस्वरूप अब उनके घर में साढ़े 4 हजार से ज्यादा गणेश जी की अलग-अलग मुद्राओं और अलग-अलग रूप में मूर्तियां मौजूद हैं. हर प्रतिमा अपने आप में अलग है. इन मूर्तियों में गणेश जी चारपाई पर तो कहीं क्रिकेटर तो कहीं वकालत करते नजर आ रहे हैं.

घर में हैं हजारों गणेश प्रतिमाएं (ETV Bharat)

ये भी पढ़ें:

भगवान राम की मूर्तियों से बनाई गणेश प्रतिमा, बर्तन, कांच और हार्डवेयर से दिखा चुके हैं कमाल

21 फीट ऊंची लड्डुओं की माला एशिया के सबसे बड़े गणपति को अर्पित, तिरुपति बालाजी सा नजारा

अपने-आप में अनोखी है हर मूर्ति

राजकुमार शाह बताते हैं कि उन्हें पहले ग्रीटिंग कार्ड पर बने गणेश जी इकट्ठे करने का शौक था, लेकिन फिर मूर्तियां इकट्ठा करनी शुरू की. इतनी संख्या में मूर्तियां होने के कारण अब उनके घर में हर जगह गणेश प्रतिमाएं देखने को मिलती हैं. इनकी देखभाल राजकुमार और उनकी पत्नी मिलकर करते हैं. इन मूर्तियों में सबसे खास बात यह है कि इनमें किसी में भी कोई समानता नहीं है. यह मूर्तियां न केवल देश भर से एकत्रित की गई हैं, बल्कि नेपाल, मलेशिया, थाईलैंड, साउथ अफ्रीका और इंडोनेशिया से मंगाई गई हैं. इसके अलावा शाह की कोशिश होती है कि जब भी देश के किसी हिस्से में वह जाते हैं तो अपनी आस्था के फलस्वरूप गणेश प्रतिमा खोज कर उसे अपने घर में विराजित कर देते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details