इंदौर: कलेक्टर कार्यालय में पिछले दिनों एक बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में तमाम सुझावों के अलावा ट्रांसजेंडरों को विभिन्न तरह की सुविधाएं दिए जाने के अलावा उनके लिए टॉयलेट की समस्या को लेकर भी सुझाव आया था. इंदौर कलेक्टर ने इस पर काम करने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए थे. ट्रांसजेंडरों की यह समस्या अब केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र खटीक तक भी पहुंच गई है. उन्होंने जल्द ही मीटिंग करके इस समस्या के समाधान के लिए योजना बनाने की बात कही.
पूरे शहर में ट्रांसजेंडरों के लिए एक भी टॉयलेट नहीं
इंदौर में ट्रांसजेंडरों की संख्या अच्छी खासी है. इसी को लेकर पिछले दिनों कलेक्टर कार्यालय में बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में ट्रांसजेंडरों को इंदौर में किस तरह की सुविधा मिल सकती है, उसको लेकर अलग-अलग तरह के सुझाव आए थे. इसमें ट्रांसजेंडरों के लिए टॉयलेट की मांग प्रमुख है. इंदौर शहर में इनके लिए शौचालय नहीं है. इसके अलावा इनका कोई अलग से रोजगार पोर्टल नहीं है. शॉर्ट स्टॉप की व्यवस्था न होने की भी बात सामने आई थी. कलेक्ट ने इन सभी सुझावों पर गंभीरता से काम करने के दिशा-निर्देश भी जारी किए थे. कलेक्टर ने इसके अलावा आने वाले दिनों में इसके लिए एक समिती बनाकर काम करने की भी बात कही थी.
'जल्द मीटिंग करके समस्याओं का दूर किया जाएगा'
ट्रांसजेंडरों की टॉयलेट की समस्या को लेकर केन्द्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री वीरेन्द्र खटीक से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि, ट्रांसजेंडर के मुद्दों को लेकर सरकार सभी राज्यों के साथ एक मीटिंग करने वाली है. जिसमें ट्रांसजेंडर के साथ-साथ और कई मंत्रालयों से संबंधित समस्यों को लेकर चर्चा करके उनको दूर करने का काम करेंगे.