मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

इंदौर में परिवहन क्रांति! हवा में उड़ेंगी केबल कार, पहले चरण में 2 रूट फिक्स - INDORE CABLE CARS PLAN

इंदौर शहर के ट्रैफिक को स्मूथ करने के लिए मेट्रो ट्रेन के बाद अब रोपवे केबल कार चलाने की तैयारी है.

Indore cable cars plan
इंदौर में रोपवे केबल कार चलाने की तैयारी (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 5, 2024, 5:31 PM IST

इंदौर :देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में मेट्रो ट्रेन के बाद अब एक और नई योजना पर काम शुरू हो गया है. इंदौर में अब केबल कार भी चलेंगी. गुरुवार को इंदौर विकास प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में आए इस प्रस्ताव के बाद शहर में दो मार्ग पर विजिबिलिटी टेस्ट के तहत रोपवे चलाने की तैयारी की जाएगी. माना जा रहा है कि फिजिबिलिटी टेस्ट के बाद मेट्रो की तरह ही रोपवे का काम शुरू हो जाएगा.

अर्बन पब्लिक ट्रांसपोर्ट में केबल कार का महत्व

देश के अन्य महानगरों की तर्ज पर इंदौर में बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक की समस्या के चलते रोपवे को अर्बन पब्लिक ट्रांसपोर्ट का विकल्प माना जा रहा है. यही वजह है कि शहर में मेट्रो ट्रेन के अलावा अब वैकल्पिक रूप से रोपवे चलाने की तैयारी हो गई है. इंदौर संभाग आयुक्त दीपक सिंह के मुताबिक "देश के स्वच्छ शहर इंदौर में मेट्रो के लिए एजेंसी तय होने के बाद पहले चरण में शहर के दो रूट पर विजिबिलिटी रिपोर्ट बनाकर देने को कहा गया है. फिजिबिलिटी के अनुसार रोपवे चलाने संबंधी अधोसंरचनात्मक विकास शुरू किया जाएगा."

इंदौर संभाग आयुक्त दीपक सिंह (ETV BHARAT)

रोपवे कार के लिए विभिन्न रूटों पर सर्वे

इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपी अहिरवार के मुताबिक "रोपवे कार के लिए शहर में विभिन्न रूटों पर सर्वे हो चुका है. हालांकि शुरुआती दौर में 7 रूट चिह्नित किए गए हैं, जिनमें फिलहाल दो रूट पर कंसल्टेंट एजेंसी से फिजिबिलिटी रिपोर्ट ली जा रही है. इन रूटों में फिलहाल चंद्रशेखर चौराहे से जवाहर मार्ग होते हुए शिवाजी वाटिका तक का रूट एवं राजवाड़ा से होते हुए मारी माता चौराहा और बाणगंगा होते हुए सुपर कॉरिडोर का रूट तय किया गया है."

रोपवे पर 1 किलोमीटर क्षेत्र में 100 करोड रुपए खर्च

वहीं, एक अन्य रूट में रामचंद्र नगर से पलासिया चौराहा तक का सर्वे किया गया है. कमिश्नर दीपक सिंह के अनुसार रोपवे के लिए करीब 1 किलोमीटर क्षेत्र में 100 करोड रुपए का खर्च अनुमान है. शुरुआती सर्वे में 60.12 किलोमीटर क्षेत्र का सर्वे किया गया है. हालांकि शुरुआती रिपोर्ट में 41 स्टेशन बताए गए हैं, जो 1.3 किलोमीटर के दायरे में इसी दूरी के अनुपात में रहेंगे. फिलहाल रोपवे चलाने का जो प्रस्ताव शासन की ओर से मांगा गया था, उसे भी इसी आधार पर तैयार किया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम जल्द आएंगे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details