इंदौर।शहर के अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र में रहने वाली एक छात्रा पिछले दिनों तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई पढ़ाई करने के लिए गई. लेकिन वहां से वह हॉस्टल से अचानक गायब हो गई. विगत दिनों परिजनों ने मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव से भी छात्रा को तलाशने की गुहार लगाई थी. सोमवार को परेशान परिजनों ने इंदौर पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर बेटी को तलाने की फरियाद की.
परिजनों का आरोप- सीआर बनने से स्टूडेंट्स चिढ़ने लगे
इंदौर की ओजस्वी गुप्ता तमिलनाडु के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में प्रथम वर्ष की पढ़ाई करने के लिए गई थी. उसने क्लास में सीआर का चुनाव लड़ा और वह जीत गई. परिजनों का कहना है " उसके कक्षा प्रतिनिधि बनने से कई स्टूडेंट्स अंदर ही अंदर दुश्मनी पाल बैठे. कई लड़के उसे परेशान करने लगे. प्रताड़ना से तंग आकर वह हॉस्टल में एक लेटर छोड़कर अचानक गायब हो गई. जब वह हॉस्टल में 7 दिन बाद भी नहीं लौटी तो परिजन उसकी तलाश में तमिलनाडु के चेन्नई गए."
छात्रा ने गायब होने से पहले छोड़ा पत्र
पीड़ित परिजनों ने चेन्नई पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. चेन्नई पुलिस ने इस मामले में एसआईटी का गठन किया. लेकिन छात्रा का पता नहीं लगा. अब परेशान और घबराए परिजनों ने इंदौर पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा है. छात्रा के पिता नितेश गुप्ता का कहना है "वे लोग 15 दिन से उसे तलाश रहे हैं लेकिन कोई सुराग नहीं मिला है." इंदौर पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता का कहना है "इंदौर पुलिस परिजनों की हर मदद को तैयार है." बता दें कि छात्र ने लेटर अपने परिजनों के नाम छोड़ा है. इसमें लिखा है "माता-पिता और भाई मुझे माफ कर देना. आपने मुझे खूब पढ़ाया लिखाया लेकिन आप मुझे मानसिक तौर पर मजबूत करने में फेल रहे. मुझे एक स्पेसिफिक व्यक्ति द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है."