इंदौर: मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर कि अगले 5 सालों में रेलवे के लिहाज से तस्वीर बदल सकती है. दरअसल, रेल मंत्रालय ने अगले 5 साल में इंदौर की कनेक्टिविटी देश के सभी राज्यों के अलावा सभी प्रमुख पड़ोसी राज्यों से करने संबंधी तमाम रेलवे परियोजना को हरी झंडी दे दी है. इसके लिए रेलवे ने 5200 करोड़ की राशि का प्रावधान किया है. इतना ही नहीं इंदौर स्टेशन को नए सिरे से बनाने के अलावा लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन के विकास कार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए हैं.
रेल मंत्रालय ने दिया 5200 करोड़ का बजट
इंदौर, मध्य प्रदेश का प्रमुख व्यावसायिक केंद्र है. यहां से देश भर में समान और अन्य आवश्यक वस्तुओं की बड़े पैमाने पर आपूर्ति होती है. इतना ही नहीं तमाम ऑटोमोबाइल सेक्टर के अलावा फार्मा सेक्टर और इलेक्ट्रॉनिक क्षेत्र के कारोबार को लेकर भी इंदौर प्रमुख केंद्र है. यहां कमोवेश देश के हर राज्यों से लोगों की आवाजाही लगातार बढ़ रही है. इसके अलावा इंदौर और आसपास के तमाम तीर्थ क्षेत्र हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की आवाजाही से परिपूर्ण रहते हैं.
रेल मंत्रालय ने 5200 करोड़ के बजट का प्रावधान किया (ETV Bharat) लिहाजा भारतीय रेल ने इंदौर के रेलवे नेटवर्क को नए सिरे से विकसित कर अपडेट करने का फैसला किया है. यह पहला मौका है जब आम बजट के बाद सबसे पहले रेल मंत्रालय ने इंदौर से जुड़ी रेल परियोजनाओं के लिए एक साथ 5200 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है. इंदौर के रेलवे स्टेशन के अलावा लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन को नए सिरे से बनाने के लिए भी राशि स्वीकृत कर दी है.
देश के कई बड़े शहरों से जुड़ेगा इंदौर
हाल ही में रेल मंत्रालय ने इंदौर से खंडवा रेल लाइन को गेज कन्वर्जन के जरिए विकसित करने का फैसला किया है. जिसके जरिए इंदौर, खंडवा, बुरहानपुर और फिर सीधे महाराष्ट्र और हैदराबाद तक की कनेक्टिविटी इस रूट से हो सकेगी. इसके अलावा इंदौर-दाहोद रेल परियोजना के जरिए इंदौर की अहमदाबाद और सौराष्ट्र से रेलवे कनेक्टिविटी हो सकेगी. जहां से समुद्री मार्ग के जरिए अन्य देशों के लिए भी निर्यात किया जा सकेगा. वहीं, इंदौर-बुधनी के साथ-साथ इंदौर-मनमाड नई लाइन के तैयार होने से इंदौर की कनेक्टिविटी जबलपुर, नागपुर और कोलकाता तक हो सकेगी.
इंदौर-मनमाड रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू हो गई है. इस पर नया रेलवे ट्रैक बन जाने से इंदौर की समानांतर कनेक्टिविटी महाराष्ट्र से लेकर तमिलनाडु, तेलंगाना आदि राज्यों से हो सकेगी. इंदौर सांसद शंकर लालवानी बताते हैं कि "इन तमाम परियोजनाओं के लिए पर्याप्त राशि का प्रावधान किया गया है. इसके साथ सभी रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण हेतु भी बजट में प्रावधान किया गया है." लालवानी ने कहा कि इंदौर के विकास को अब पंख लग गए हैं.
लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन पर विकास कार्य अंतिम चरण में
लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन पर चल रहा विकास कार्य अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है. इस स्टेशन पर चल रहे कार्यों की समाप्ति के बाद, रेलवे विभाग ने इंदौर के मुख्य रेलवे स्टेशन के विकास की योजना बनाई है. मुख्य स्टेशन का नवीनीकरण इंदौर को एक आधुनिक और सर्व-सुविधायुक्त स्टेशन प्रदान करने के उद्देश्य से किया जा रहा है. सभी स्टेशनों को यात्री सुविधा, सुरक्षा और अन्य सुविधाओं के दृष्टिकोण से अपग्रेड किया जाएगा, ताकि यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके.
जिसमें नए विकास कार्यों में स्टेशन की सुविधाओं को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित किया जाएगा, जिसमें बेहतर वेटिंग एरिया, डिजिटल टिकटिंग, स्वच्छता और अन्य महत्वपूर्ण सेवाएं शामिल हैं. इंदौर रेलवे स्टेशन के इस पुनर्विकास के बाद शहर को और भी बेहतर परिवहन सुविधाएं मिलेंगी.