इंदौर। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने पिछले दिनों हुकमचंद मिल के मजदूरों को पैसा देने के आदेश मध्य प्रदेश सरकार को दिए थे. वहीं, मध्य प्रदेश सरकार ने कोर्ट के आदेश के बाद कई मिल मजदूरों को उनका पैसा दिया, लेकिन अभी भी कई मजदूर ऐसे हैं जिन्हें अभी तक कोर्ट के आदेश के बाद भी पैसा नहीं मिला है. जिसके चलते वह विभिन्न जगहों पर अपनी गुहार लगा रहे हैं.
दिवंगत मजदूरों की पत्नियों को नहीं मिला मुआवजा
इंदौर में तकरीबन 32 वर्षों के संघर्ष के बाद इंदौर के हुकुमचंद मिल के मुआवजे वितरण में 1400 दिवंगत मजदूरों की पत्नियां अभी भी मुआवजे की आस में खाली हाथ बैठी हैं. वहीं कुछ परिवार ऐसे भी हैं, जिनके पिता या अन्य रिश्तेदार मिल में काम करते थे. जिन्हें बकाया राशि मिलने की आस बनी हुई है. दरअसल, मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने हुकुमचंद मिल मजदूर के मुआवजा राशि दिलाने का कार्य सबसे पहले किया था.
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