देहरादून:उत्तराखंड के कुमाऊं को केंद्र सरकार लगातार पर्यटन के क्षेत्र में विकसित कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदि कैलाश यात्रा के बाद इस क्षेत्र में भी पर्यटकों की संख्या निरंतर बढ़ रही है. ऐसे में आध्यात्मिक यात्रा से लोगों को जोड़ने के लिए अब केंद्रीय रेल मंत्रालय ने एक और बड़ी पहल की है. जिससे अब तक देश के अन्य हिस्सों में स्पेशल ट्रेन पैकेज के तहत साउथ के राज्यों में धार्मिक स्थलों के दर्शन करवाए जाते थे, लेकिन अब उत्तराखंड में भी विशेष ट्रेन से मंदिरों के दर्शन हो सकेंगे. इससे न केवल उत्तराखंड की आर्थिक को फायदा पहुंचेगा, बल्कि यहां के धार्मिक स्थलों को भी पहचान मिलेगी.
उत्तराखंड के लिए चलेगी मानसखंड एक्सप्रेस भारत गौरव ट्रेन:भारतीय रेल मंत्रालय लंबे समय से लगभग पांच तरह की ट्रेन देश के अन्य हिस्सों में चला रहा है. इन ट्रेनों की खासियत यह होती है कि अन्य ट्रेनों के मुताबिक यह ट्रेन बेहद आरामदायक और इसके डिब्बे इस तरह से डिजाइन किए गए हैं, ताकि लंबे सफर पर जाने वाले यात्रियों को घर जैसा एहसास हो. अब तक भारतीय रेल महाराजा एक्सप्रेस, गोल्डन चेरियट ट्रेन और ओडिसी जैसी ट्रेनें चल रही थी. लेकिन अब एक और ट्रेन का इजाफा भारतीय रेल ने उत्तराखंड के लिए किया है. जिसका नाम मानसखंड एक्सप्रेस भारत गौरव है.
22 अप्रैल से शुरू होगी यात्रा:ट्रेन पुणे से 22 अप्रैल से शुरू होगी. इस ट्रेन के माध्यम से लगभग दो दिनों का सफर तय करने के बाद यात्री उत्तराखंड के कुमाऊं स्थित टनकपुर पहुंचेंगे. भारतीय रेलवे इस सेवा को शुरू करने से पहले अपनी वेबसाइट पर इसकी पूरी जानकारी दी है. आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार 22 अप्रैल से यह यात्रा शुरू होगी, जो 24 अप्रैल को उत्तराखंड पहुंचेगी और इसके बाद हर दिन यात्रा करने वाले पर्यटकों को अलग-अलग स्थान पर दर्शन करवाए जाएंगे. यात्रियों के साथ बाकायदा एक गाइड रहेगा, जो उत्तराखंड की तमाम स्थानों के बारे में भी पर्यटकों को बताएगा.
भारतीय रेल विभाग ने रखी दो कैटेगरी:इस पैकेज के तहत भारतीय रेल विभाग ने दो तरह की कैटेगरी रखी हैं. जिसके तहत स्टैंडर्ड सीट के लिए एक व्यक्ति का किराया 28020 रुपए रखा गया है, जबकि डीलक्स किराया 35,340 रुपए रखा गया है. 11 से अधिक उम्र के बच्चों के लिए भी ये सुविधा होगी. इस पैकेज में उनको सुबह का नाश्ता, दिन का खाना और रात का खाना दिया जाएगा. साथ ही उत्तराखंड में टनकपुर रेलवे स्टेशन से उतरने के बाद आने-जाने की व्यवस्था भी आईआरसीटीसी करेगी. यह ट्रेन हर हफ्ते संचालित होगी.