लखनऊ : बारिश और उमस लोगों की त्वचा और आंखों को नुकसान पहुंचा रही है. त्वचा और आंखों में एलर्जी और संक्रमण के रोगी बढ़ गए हैं. त्वचा में दाने, घमौरियां व खुजली के साथ ही आंखों में जलन, खुजली, लाली और एलर्जी की दिक्कतें लेकर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं. बलरामपुर, सिविल व लोकबंधु समेत दूसरे अस्पतालों में त्वचा व नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में 40 फीसदी रोगी पहुंच रहे हैं.
बलरामपुर अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. एमएच उस्मानी का कहना है कि ओपीडी में घमौरी, शरीर पर लाल छोटे-छोटे दाने के मरीज बढ़ गए हैं. ओपीडी में आने वाले 400 से अधिक मरीज रोज आ रहे हैं. इसमें करीब 160 रोगी इसी मर्ज के आ रहे हैं. इनके शरीर में दाने पर पड़ गए हैं. बारिश में भीगने व गीले कपड़े पहनने से लोगों में दाद और खुजली की समस्या बढ़ गई है. सिविल अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. देवेश चंद्र पांडेय ने बताया कि त्वचा रोग की ओपीडी में आने वाले आधे रोगी शरीर में दाने व घमौरी व खुजली के आ रहे हैं. मरीजों को दवाएं और क्रीम लगाने की सलाह दी जा रही है. इससे आराम मिल जा रहा है.
संक्रमण होने पर यह अपनाएं |
- गीले कपड़े न पहनें. |
- बारिश में भीगने से बचें. |
- संक्रमित लोग बार-बार आंख को छूने और पोंछने से बचें. |
- आंख में संक्रमण व सूजन होने पर पानी से धुलें और बर्फ से सिकाई करें. |
- हाथों को धुलते रहें, रूमाल और तौलिया अलग रखें. |
बलरामपुर अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीव गुप्ता ने बताया कि इस मौसम में बच्चों एवं बड़ों की आखों में संक्रमण के मामले बढ़ जाते हैं. आंखों में खुजली, लालिमा, सूजन, कीचड़, पानी आने की समस्या लेकर मरीज ओपीडी में आ रहे हैं. ओपीडी में रोजाना करीब 50 से अधिक मरीज आंखों के संक्रमण के आ रहे हैं. इलाज में लापरवाही आंख पर भारी पड़ सकती है. कई मरीज मेडिकल स्टोर की सलाह पर उपचार से आंखों में सूजन, जलन, खुजली और बढ़ा हुआ संक्रमण लेकर आ रहे हैं. इनके इलाज में समय लग रहा है. नेत्र विशेषज्ञ की सलाह से ही उपचार लें. सही उपचार से एक हफ्ते में आराम मिल जा रहा है.