भरतपुर : जिले में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. हर दिन जिले की सड़कें किसी न किसी की जान ले रही हैं. भरतपुर जिले में साल 2024 में कुल 513 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें 299 लोगों की मौत हो गई और 440 लोग घायल हुए. इनमें ज्यादातर हादसे राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर हुए.
513 हादसों में 299 लोगों की जान गई (ETV Bharat Bharatpur) हाईवे पर सबसे ज्यादा हादसे :पुलिस विभाग के आंकड़ों के अनुसार भरतपुर जिले में 179 सड़क दुर्घटनाएं नेशनल हाईवे पर दर्ज हुईं. ये हादसे मुख्य रूप से तेज गति और लापरवाही से वाहन चलाने के कारण हुए. स्टेट हाईवे पर 142 हादसे दर्ज किए गए. इसके अलावा अन्य ग्रामीण और शहरी सड़कों पर 192 दुर्घटनाएं हुईं. खराब सड़क रखरखाव और यातायात नियमों की अनदेखी इन हादसों का प्रमुख कारण रही.
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हादसों को रोकने के लिए कदम :पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं. स्पीड गवर्नर और तेज गति पर नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं. ब्लाइंड स्पॉट और ब्लैक स्पॉट्स को चिह्नित कर उनमें सुधार की प्रक्रिया शुरू की गई है. सीसीटीवी कैमरों और ई-चालान के माध्यम से निगरानी बढ़ाई गई है. राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर पुलिस गश्त बढ़ाई गई है. साथ ही स्कूलों और कॉलेजों में यातायात जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.
हादसों से बचने के कदम (ETV Bharat GFX) सुरक्षा में जनता की भूमिका :पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रशासन के साथ-साथ आम जनता की भी जिम्मेदारी है कि वह यातायात नियमों का पालन करें. बेहतर यातायात व्यवस्था, सख्त कानून और लोगों की जागरूकता से ही सड़क हादसों में कमी लाई जा सकती है. पुलिस प्रशासन इस दिशा में लगातार प्रयास कर रहा है, लेकिन जनता का सहयोग भी बेहद जरूरी है. भरतपुर में सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन गंभीर है, लेकिन इन हादसों में कमी तभी आ सकती है, जब लोग भी अपनी जिम्मेदारी समझें और यातायात नियमों का पालन करें.