कानपुर : अक्सर ही देखने में आता है विभिन्न हादसों व विषम परिस्थितियों के दौरान कई लोगों के हाथ कट जाते हैं. इसके बाद उन्हें तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. अब ऐसे लोग भी सामान्य लोगों की तरह ही अपने काम कर सकेंगे. इसमें आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र ने एक ऐसा प्रोस्थेटिक हैंड बनाया है जो बिना हाथ वाले लोगों के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है. देखें ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट...
आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र और गाजियाबाद निवासी निशांत अग्रवाल ने लाइफ एंड लिंब कंपनी के संस्थापक हैं. निशांत अग्रवाल ने 2015 से लेकर 2018 तक आईआईटी कानपुर में पढ़ाई पूरी करने के बाद कोरोना के दौरान यह तय किया कि वह कुछ यूनिक काम करेंगे. इसके बाद निशांत ने बिना हाथ वाले लोगों के लिए कुछ नया करने की सोची. इसी कड़ी में निशांत ने अपनी कंपनी को पहले आईआईटी कानपुर से बतौर इनक्यूबेटर रजिस्टर्ड कराया. यहीं पर आईआईटी कानपुर के एक्सपर्ट के साथ मिलकर प्रोस्थेटिक हाथ का निर्माण किया जो बिल्कुल सामान्य लोगों के हाथ की तरह ही काम करता है. निशांत को 2018 में आईआईटी के दीक्षांत समारोह पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बेस्ट थीसिस अवार्ड से सम्मानित किया था.
स्मार्टफोन की तरह चार्जेबल है प्रोस्थेटिक हैंड : ईटीवी भारत से बातचीत में निशांत अग्रवाल ने बताया कि प्रोस्थेटिक हैंड स्मार्टफोन की तरह चार्जेबल है. यानी अगर आप उसे रात भर चार्ज कर लेते हैं तो हाथ पूरे दिन आराम से काम करता है. प्रोस्थेटिक हाथ को तीन तरीके से बनाया गया है. जिसमें दो प्रकार एल्बो से आगे पीछे की ओर इसे पहना जा सकता है. जबकि एक प्रकार जो है वह पूरे हाथ का है. निशांत ने बताया कि इन प्रोस्थेटिक हैंड की कीमत फिलहाल 65 हजार से 5 लाख रुपये के बीच है. फिलवक्त भारत के साथ ही कई देशों से भी प्रोस्थेटिक हैंड के आर्डर मिल रहे हैं.