छपरा: बिहार के छपरा में एक बुजुर्ग दंपती ने खुदकुशी कर ली. जो वजह सामने आ रही है वो चौंकाने वाली है. माइक्रो फाइनेंस कंपनियां आसानी से लोन तो दे देतीं हैं लेकिन जब किश्ते नहीं चुका पाते तो वो ग्राहकों को टॉर्चर करना शुरू कर देती हैं. ऐसा ही कुछ मामला सामने आया छपरा में जहां रामईश्वर प्रसाद ने अपनी पोती की शादी के लिए लोन लिया. लेकिन वो जब लोन नहीं चुका पाए तब माइक्रो फाइनेंस बैंक के कर्मी उनके साथ दुर्वव्यहार करने लगे. जिससे तंग आकर उन्होंने खुदकुशी कर ली.
लोन बना जंजाल: दंपति रोज रोज की वसूली से तंग आकर घर से निकले और जहरीला पदार्थ खाकर रिविलगंज स्टेशन तक पहुंचे जहां उनकी डेडबॉडी आरपीएफ और स्थानीय पुलिस ने बरामद की. दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पुलिस ने छानबीन की. जांच के दौरान ही लोन नहीं चुका पाने के चलते खुदकुशी करने का मामला सामने आया. स्थानीय लोगों ने बताया कि बैंक के कर्मी वसूली के लिए दंपती के साथ गलत बर्ताव करते थे.
छपरा में दंपती ने की आत्महत्या: मृतक की पहचान सारण जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र निवासी रामईश्वर प्रसाद और उनकी पत्नी लालमुनी देवी के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि बैंक के कर्मी लोन चुकाने के लिए बुरा बर्ताव करते थे. रामईश्वर प्रसाद दिहाड़ी मजदूर थे लिहाजा लोन चुकाने में असमर्थ थे. दबाव से परेशान होकर दोनों ने खुदकुशी कर लिया. पति-पत्नी का शव रिविलगंज रेलवे स्टेशन पर पाया गया.