भोपाल.स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा, अस्पताल कर्मचारियों से अवैध वसूली और महिलाओं से दुराचार जैसे 7 मामलों में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग (Human rights commission mp) ने संज्ञान लिया है. इन घटनाओं पर संज्ञान लेते हुए आयोग ने जिम्मेदार अधिकारियों को समय सीमा में जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं.
बिजली ट्रांसफॉर्मर से छात्र-छात्राओं को खतरा
उज्जैन (Ujjain) जिले के रूनीजा अंतर्गत माधपुर के 155 छात्र-छात्राएं खतरे के साए में पढ़ाई करने पर मजबूर हैं. विद्यायल के पास बने पेयजल स्टैंड और टॉयलेय से महज तीन चार फीट दूरी पर ट्रांसफॉर्मर लगा है. तार खुले होने से विद्यार्थियों को करंट लगने का खतरा हमेशा बना रहता है. ग्रामीणों ने विद्यालय के शिक्षकों से ट्रांसफॉर्मर को हटाने की मांग भी की, लेकिन अब तक किसी अधिकारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. मामले में संज्ञान लेते हुए मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कार्यपालन यंत्री, म.प्र. पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कं.लि., उज्जैन और जिला शिक्षा अधिकारी, उज्जैन से जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है.
भोपाल में महिला के साथ किया शारीरिक दुराचार
भोपाल (Bhopal) शहर के शाहपुरा इलाके की एक बस्ती में रहने वाली 47 वर्षीय महिला के साथ एक युवक द्वारा शारीरिक दुराचार करने का मामला सामने आया है. पीड़िता एक पेट्रोल पंप पर काम करती थी और युवक से उसकी मुलाकात पेट्रोल पंप पर ही हुई. दोनों के बीच जब नजदीकियां बढ़ गईं तो युवक ने महिला को शादी का झांसा देकर उसके साथ दुराचार किया. पीड़िता ने युवक ने खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है. मामले में संज्ञान लेते हुए मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है.
आरक्षक ने युवती के साथ किया दुराचार
भोपाल जिले के मिसरोद थानाक्षेत्र में पुलिस आरक्षक द्वारा युवती के साथ दुराचार और दैहिक शोषण करने का मामला सामने आया है. आरक्षक शादी का झांसा देकर युवती के साथ लगातार दो साल से दुराचार कर रहा था. युवती ने जब शादी के लिए दबाव बनाया तो आरक्षक शादी से मुकर गया. मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने पुलिस कमिश्नर भोपाल से मामले की जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में तीन सप्ताह में जवाब मांगा है.