रायपुर:25 मार्च को होली का पर्व है. होली के दिन लोग एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर इस त्यौहार को मनाते हैं, लेकिन रंगों के इस त्यौहार में कई बार केमिकल युक्त रंगों का प्रयोग करने से इसका त्वचा पर उल्टा असर पड़ता है. कई बार तो त्वचा रूखी हो जाती है. इसके साथ ही लाल दाने और चकते भी निकल आते हैं. ऐसे में होली का पर्व मनाते समय केमिकल युक्त रंगों से बचना चाहिए. इसके साथ ही स्किन केयर के टिप्स अपनाते हुए होली का त्यौहार मनाना चाहिए.
हर्बल रंगों का करें चयन: होली पर स्किन की देखभाल को लेकर ईटीवी भारत ने रायपुर के मेकाहारा अस्पताल के चर्म रोग विभागाध्यक्ष डॉक्टर मृत्युंजय कुमार सिंह से बातचीत की. उन्होंने बताया कि, "होली में केमिकल युक्त रंगों से बचकर होली खेलना चाहिए. ऑयल पेंट या वार्निश से भी होली नहीं खेलना चाहिए. होली के दिन कुछ लोग ऐसी ही चीजों का उपयोग करते हैं, जिसका सीधा असर त्वचा पर देखने को मिलता है. केमिकल युक्त रंगों से होली खेलने पर त्वचा में एलर्जी होने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे में स्किन पर लाल दाने, चकते निकल आते हैं. जो लोग एलर्जी से पीड़ित हैं, उनको होली के समय केमिकल युक्त रंगों से खासकर बचकर रहना चाहिए. केमिकल युक्त रंगों के प्रयोग के बजाय होली खेलते समय हर्बल गुलाल और रंग का इस्तेमाल करना ज्यादा अच्छा रहेगा, क्योकि हर्बल गुलाल या रंग नेचुरल प्रोडक्ट से बनते हैं."