रांची: शोले फिल्म का गीत "गिले शिकवे भूलकर दोस्तों, दुश्मन भी गले मिल जाते हैं" सुनने पर ऐसा लगता है जैसे झारखंड के लिए ही इसे लिखा गया हो. बेशक, इस गीत को 70 के दशक में जावेद अख्तर ने लिखा था. लेकिन मौजूदा राजनीतिक हालात में यह गीत सोरेन परिवार पर फिट बैठ रही है. झारखंड में इस गीत की जबरदस्त दरकार है लेकिन सभी जानते हैं कि इसपर अब अमल हो पाना मुश्किल है. खाई इतनी गहरी हो गई है कि गुलाल के छींटें भी इस पार से उस पार तक नहीं पहुंच पाएंगे. दिल खिलता तो दूर रंगो में रंग मिलता भी नहीं दिख रहा है. देवर, देवरानी और जेठानी की होली में कहीं खुशी का रंग है तो कहीं गम और आक्रोश का.
परिवार और पार्टी से नाता तोड़कर शिबू सोरेन यानी गुरुजी की बड़ी बहू सीता सोरेन भगवा रंग में रंग चुकी हैं. अब भाजपाई हो चुकी हैं. इनके लिए इस बार की होली बेहद खास हो गई है. उन्होंने उस दहलीज को लांघा है, जिसकी हिमाकत आज तक परिवार का कोई सदस्य नहीं कर पाया. अब देखना है कि चुनावी मंच से उनकी जुबान, प्रेम का रंग बिखेरती है या दर्द और नफरत का.
वहीं, कल तक जिनके आंगन में रंग-गुलाल उड़ाने और सेल्फी लेने वालों का तांता लगा रहता था, वहां सन्नाटा है. पहली बार कल्पना सोरेन की होली फीकी होगी. पहली बार इस त्योहार में उनके साथ पति हेमंत सोरेन नहीं होंगे. पिछले दिनों अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन बड़ी संख्या में महिलाएं कल्पना सोरेन से मिलने गईं थी. उनके आवास पर सभी ने एक दूसरों को गुलाल लगाया था लेकिन कल्पना सोरेन रंग से दूर रहीं. महिलाओं के साथ मुस्कुराती तस्वीर साझा करते हुए एक्स पर अपने मन की बात लिखी. उनका संदेश था कि "नारी तू अबला नहीं, स्वयं पहचान, अपने हक को लड़ स्वयं, तब होगा उत्थान". अब वह लड़ रही हैं.
लैंड स्कैम मामले में हेमंत सोरेन बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में हैं. उनके जीवन की यह पहली होली होगी, जब वह अपनों से दूर होंगे. अब सवाल है कि क्या वह कैदियों के साथ होली खेलकर राज्यवासियों को कुछ संदेश देना चाहेंगे. क्योंकि जेल मैन्यूअल के हिसाब से केंद्रीय कारा में कैदियों के लिए हर त्योहार को मनाने की अलग से व्यवस्था होती है. विशेष भोजन का भी ख्याल रखा जाता है ताकि घर परिवार को कोई मिस ना करे. तैयारी के बाबत जानकारी के लिए जेल आई सुदर्शन मंडल से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं हो पाई.
नाम ना लिखने की शर्त पर भाजपा के एक नेता ने कहा कि हेमंत सोरेन को क्या दिक्कत है. उनके साथ तो जेल में पूजा, छवि, पंकज और प्रेम की पूरी टोली मौजूद है. यह कहते हुए भी चुटकी ली गई कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी तो पहले से ही आगाह कर रहे थे कि अगर हेमंत सोरेन ने अपने ईर्द-गिर्द जमा भ्रष्टाचारियों को नहीं हटाया तो उनका जेल जाना तय है.