हिसार: विधानसभा चुनाव की लड़ाई अब खत्म हो चुकी है. अब बारी है जनता के फैसले की. आज जनता जनार्दन अपना फैसला सुनाएगी कि सत्ता की कुर्सी किसकी होगी और किसको बैठना पड़ेगा विपक्ष में. इस बीच प्रदेश में कई हाई प्रोफाइल सीटें हैं, जहां पूरे देश की निगाहें हैं. क्योंकि यहां से कद्दावर नेता अपना भाग्य आजमा रहे हैं. इन्हीं सीटों में से एक है हिसार विधानसभा सीट, जहां कांग्रेस और भाजपा में मुख्य मुकाबला माना जा रहा था, लेकिन तभी हलके की राजनीति में अचानक एंट्री हुई देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल की. ऐसे में ये सीट अब प्रदेश की चर्चित सीट बन गई हैं.
बीजेपी ने इस सीट पर तीसरी बार कमल गुप्ता पर भरोसा जताया है, तो वहीं कांग्रेस ने भी दूसरी बार रामनिवास को टिकट दिया है. बीजेपी सांसद नवीन जिंदल की मां सावित्री जिंदल ने इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया है. जिसके बाद से मुकाबला दिलचस्प हो चला है. पहले चर्चा थी कि बीजेपी इस सीट से सावित्री जिंदल को टिकट दे सकती है, लेकिन आरएसएस के दखल के बाद बीजेपी ने सावित्री जिंदल का टिकट काट कर कमल गुप्ता को हिसार विधानसभा सीट से तीसरी बार उम्मीदवार बनाया है.
हिसार विधानसभा सीट पर उम्मीदवार: कमल गुप्ता संघ के पुराने कार्यकर्ता हैं. इसलिए बीजेपी ने संघ के कहने पर कमल गुप्ता को हिसार विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. वहीं, कांग्रेस ने रामनिवास को चुनावी मैदान में उतारा है. निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर सावित्री जिंदल के चुनावी मैदान में उतरने के बाद इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो चला है.
सावित्री जिंदल ने लड़ा निर्दलीय चुनाव : बीजेपी से टिकट कटने के बाद सावित्री जिंदल ने अपने कार्यालय पर कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई. कार्यकर्ताओं ने सावित्री जिंदल को निर्दलीय चुनाव लड़ने की सलाह दी, जिसके बाद सावित्री जिंदल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया. बीच में खबर ये भी आई कि सावित्री जिंदल कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं, जिसके बाद वो कांग्रेस की टिकट पर इस सीट से चुनाव लड़ेंगी, लेकिन कांग्रेस के पास पहले से ही उम्मीदवारों का अच्छा-खासा कोटा था. बगावत के डर से कांग्रेस ने हिसार विधानसभा सीट से दूसरी बार राम निवास को उम्मीदवार बनाया.
सावित्री जिंदल ने किया जीत का दावा: सावित्री जिंदल ने कहा कि ये मेरा लास्ट चुनाव है. मैं हिसार की सेवा करना चाहती हूं. कांग्रेस में शामिल होने के सवाल पर सावित्री जिंदल ने कहा "मैं कांग्रेस की टिकट नहीं चाहती थी. मैं निर्दलीय चुनाव लड़ना चाहती हूं." उन्होंने कहा कि हिसार की जनता 8 अक्टूबर को मुझे भरपूर प्यार देगी और मुझे जिताने का काम करेगी."