शिमला:आज से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है. इस अवसर पर राजधानी शिमला सहित पूरे प्रदेश भर में भक्तिमय माहौल हो गया है. शिमला के सभी मंदिरों को विशेष रूप से सजाया गया है. मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें सुबह से ही लगी रही. विशेष कर कालीबाड़ी में भक्तों ने मां की पूजा अर्चना की और शीश नवाए. इसके अलावा प्रदेश भर के मंदिरों में मां दुर्गा की पूजा अर्चना की गई.
पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा: शिमला स्थित कालीबाड़ी मंदिर के पुजारी मुक्ति चक्रवर्ती ने बताया कि नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. मां पहले स्वरूप में शैलपुत्री के नाम से जानी जाती है. पर्वत राज हिमालय के यहां पुत्री के रूप में जन्म लेने के कारण इनका नाम शैलपुत्री पड़ा. इनके दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाये हाथ में कमल पुष्प शुषोभित होती हैं और पहले दिन इनकी पूजा होती है. कालीबाड़ी मंदिर में श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं लेकर आते है और मां की पूजा करते हैं.
मां ब्रजेश्वरी देवी मंदिर में उमड़ी भीड़: कांगड़ा स्थित मां ब्रजेश्वरी देवी मंदिर में नवरात्रि के पहले दिन माता के दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा. सुबह मां की आरती के बाद मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. वहीं, श्रद्धालु भी लंबी-लंबी लाइनों में लग कर मां ब्रजेश्वरी देवी के दर्शन करते नजर आये. मंदिर में माथा टेकने के लिए भारी संख्या में बाहरी राज्यों से भी श्रद्धालु भी कांगड़ा पहुंचे हुए थे.
मंडी में कार्यक्रम का आयोजन:9 अप्रैल 2024 यानी की आज से विक्रम संवत 2081 हिंदू नव वर्ष का आगाज हो गया. हिंदू नव वर्ष के आगमन पर छोटी काशी मंडी में धर्म संघ श्री भूतनाथ मंदिर द्वारा ऐतिहासिक सेरी मंच पर बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में 22 धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं ने भाग लिया और समरसता का संदेश दिया. कार्यक्रम का शुभारंभ गणेश पूजन के साथ किया गया, इसके बाद हवन यज्ञ का आयोजन किया गया. इस मौके पर सैंकड़ों लोगों ने हवन यज्ञ में पूर्ण आहुति डाली.
कुल्लू के देवालयों में उमड़ी भीड़:मां दुर्गा के नौ रूपों को समर्पित चैत्र नवरात्रि का आज से शुभारंभ हो गया. जिससे कुल्लू के देवालयों और मंदिरों में रौनक लौट आई है. नौ दिनों तक नवरात्रों के दौरान घाटी के विभिन्न देवालयों में खूब रौनक रहेगी. पहले दिन मां दुर्गा के अवतार शैलपुत्री की पूजा अर्चना के लिए घाटी के लोग देवी देवताओं के दरबार में माथा टेकने पहुंचे. नवरात्रों के लिए घाटी के देवालय भी सज गए हैं. आने वाले दिनों भी देवालयों में यूं ही चहल पहल रहेगी. यहां पर विशेष पूजा और जागरण कार्यक्रम के अलावा भजन कीर्तन का दौर चलेगा. मंदिरों में पहले दिन से ही श्रद्धालुओं के लिए खास व्यवस्था दिखाई दी. सुबह से ही माता के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु मंदिर में आना शुरू हो गए.
शक्तिपीठ श्री चामुंडा नंदीकेश्वर में विशेष पूजा: धर्मशाला स्थितप्रसिद्ध शक्तिपीठ श्री चामुंडा नंदीकेश्वर में चैत्र नवरात्र की धूम दिखी. मां चामुंडा के दर्शनों को पहले दिन भारी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचे. मंदिर के कपाट सुबह साढ़े चार बजे खोल दिए गए थे. जबकि कपाट रात 10 बजे तक खुले रहेंगे. देश के विभिन्न राज्यों से देवी दर्शनों को पहुंचे श्रद्धालुओं ने मां के जयकारे लगाते हुए दर्शन किए. 17 अप्रैल तक नवरात्रि का आयोजन किया जाएगा. इस दौरान 31 विद्वान एवं 15 सहायक विद्वान भाग लेंगे. इस महायज्ञ में शतचंडी दुर्गा पाठ, रुद्राभिषेक, सवा लक्ष गायत्री जाप, रामायण पाठ, देवी भागवत पुराण पाठ, दुर्गा बीज मंत्र जाप, प्रतिदिन गणपति, दुर्गा, नवग्रह, कलश एवं मंडप में स्थापित देवों का पूजन करेंगे.
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