शिमला: हिमाचल में लोकसभा सहित विधानसभा की छह सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए मतदान की तारीख नजदीक आते ही आखिर अब जाकर गंगूराम मुसाफिर की घर वापसी हो गई है. इसी के साथ पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से कांग्रेस से छह साल के लिए बाहर हुए 21 नेताओं का भी निलंबन रद्द किया गया है. हिमाचल प्रदेश राज्य अनुशासन समिति की अध्यक्षा विप्लव ठाकुर की अनुशंसा पर और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी (सीडब्ल्यूसी) सदस्य राजीव शुक्ला के अनुमोदन से कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने 21 नेताओं व कार्यकर्ताओं का छह वर्ष का निष्कासन रद्द कर दिया है.
इन नेताओं की कांग्रेस में हुई वापसी
हिमाचल में लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर सहित 21 नेताओं का निष्कासन रद्द कर दिया है. इसमें विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवम पूर्व मंत्री गंगूराम मुसाफिर, रोहडू से मनजीत ठाकुर, पोंटा साहिब से मनीष ठाकुर, शिमला से सुरेंद्र गर्ग, चौपाल से संतोष डोगरा, कुलदीप ओक्टा, अनीश दीवान, दिनेश राणा, दिनेश घुनिया, बीना पोटन, राम लाल न्योली, कृष्ण रांटा, महेश ठाकुर (मैडी) हितेंद्र चौहान, श्याम शर्मा, नाग चंद तुलियां, नाग चंद शर्मा, सुख राम नागराइक, अत्तर राणा, अक्षय बरागटा और शूरवीर राणा की घर वापसी हुई है.