शिमला:पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का आज दिल्ल के निगम बोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई देशों के राष्ट्र अध्यक्ष और डेलीगेशन ने मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा में शामिल हुए. जिसके बाद राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके पर उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई. इसी के साथ मनमोहन सिंह हमेशा-हमेशा के लिए पंचतत्व में विलीन हो गए.
उपलब्धियों से भरा रहा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जीवन
मनमोहन सिंह का जीवन उपलब्धियों से भरा रहा. उन्होंने आरबीआई गवर्नर, वित्त सचिव, वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में देश के लिए अहम योगदान दिया. जब भारत की आर्थिक स्थित खस्ताहाल हो गई थी, तब मनमोहन की आर्थिक नीति की बदौलत ही देश की अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर लौटी. उन्होंने देश में लाइसेंस राज को खत्म किया. उन्होंने विदेशी निवेश, निजीकरण और उदारीकरण का रास्ता खोला, इतना ही नहीं मनमोहन की बड़ी उपलब्धियों में अमेरिका के साथ भारत की परमाणु डील की अहम भूमिका रही. इसके अलावा राइट टू एजुकेशन, सूचना का अधिकार, आधार कार्ड, मनरेगा और खाद्य गारंटी स्कीम जैसी योजनाओं से देश के लोगों को सशक्त करने का काम किया.
पीएम मोदी ने देश के लिए मनमोहन सिंह के योगदान को किया याद
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया और मनमोहन सिंह के देश के लिए दिए गए अभूतपूर्व योगदान को याद किया. नरेंद्र मोदी ने कहा, "भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोक मना रहा है. साधारण पृष्ठभूमि से उठकर वे एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने. उन्होंने वित्त मंत्री सहित विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया और वर्षों तक हमारी आर्थिक नीति पर अपनी गहरी छाप छोड़ी. संसद में उनके हस्तक्षेप भी बहुत ही व्यावहारिक थे. हमारे प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए".
सीएम सुखविंदर सिंह ने मनमोहन सिंह के योगदान को किया याद
इस मौके पर हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, "डॉ. मनमोहन सिंह जी ने देश को आर्थिक संकट से उबारा और दुनिया को आर्थिक चुनौतियों से निपटने का मार्ग दिखाया. उनकी दूरदर्शी नीतियों की बदौलत मनरेगा जैसी योजना आज करोड़ों परिवारों की जिंदगी में उजाला भर रही है और उनके घरों में चूल्हे जलने का कारण बन रही है. उनकी दूरदर्शिता ने बैंक ऑफ इंग्लैंड में गिरवी रखे गए सोने को वापस लाकर देश की गरिमा बचाई. उनका हर कार्य सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा".
26 दिसंबर को दिल्ली एम्स में मनमोहन सिंह ने ली अंतिम सांस
बता दें कि 26 दिसंबर को तबीयत बिगड़ने पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दिल्ली एम्स के आईसीयू में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया. निधन के बाद मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को उनके आवास पर लाया गया. जहां पीएम नरेंद्र मोदी, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, कई केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेताओं ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी.