उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

भारी बारिश से सिंचाई विभाग को 56 करोड़ का नुकसान, नहरों और काठगोदाम डैम को पहुंची भारी क्षति - Damage due to heavy rain - DAMAGE DUE TO HEAVY RAIN

Haldwani Irrigation Department उत्तराखंड में भारी बारिश कहर बरपा रही है. भारी बारिश से कई संपर्क मार्ग लगातार बाधित हो रहे हैं. वहीं सिंचाई विभाग को भारी बारिश से काफी नुकसान पहुंचा है. वहीं नैनीताल और रुद्रपुर में भारी बारिश से सिंचाई विभाग को नहरों को काफी नुकसान हुआ है.

Heavy rain caused damage to irrigation department canals
भारी बारिश से सिंचाई विभाग की नहरों को पहुंचा नुकसान (Photo-ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 6, 2024, 8:41 AM IST

भारी बारिश से सिंचाई विभाग को करोड़ों का नुकसान (Video-ETV Bharat)

हल्द्वानी: पिछले दिनों हुई भारी बारिश के चलते सरकारी संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचा है. भारी बारिश से हुए नुकसान का आकलन चल रहा है. वहीं इस मानसून सीजन में सिंचाई विभाग उधम सिंह नगर और नैनीताल को भारी नुकसान पहुंचा है. जहां सिंचाई विभाग के नहरों और डैम को क्षति पहुंची है.विगत दिनों आई भारी बारिश से सिंचाई विभाग को नैनीताल और उधम सिंह नगर जिले में लगभग 56 करोड़ का नुकसान हुआ है. जबकि यह प्रारंभिक आंकड़ा है यह नुकसान और अधिक बढ़ सकता है.

सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता संजय शुक्ला ने बताया कि 12 करोड़ का नुकसान नैनीताल जिले को हुआ है जबकि 46 करोड़ का नुकसान उधमसिंह नगर जिले को हुआ है. उधम सिंह जनपद में सबसे ज्यादा नुकसान खटीमा और सितारगंज क्षेत्र में हुआ है. इसके अलावा उधमसिंह नगर जिले में अभी पानी धीरे-धीरे डिस्चार्ज हो रहा है, जिसके बाद नहरों के नुकसान का और आकलन किया जाएगा. बरसात के सीजन में सिंचाई विभाग का यह नुकसान और बढ़ने की संभावना है.उन्होंने कहा कि जहां-जहां सिंचाई विभाग को नुकसान पहुंचा है उसको रिस्टोर करने का कार्य चल रहा है.

उन्होंने बताया कि बीते दिनों कलसिया और रसकिया नाले में भारी पानी आने से गौला बैराज डैम को भी नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि विभाग की पहली प्राथमिकता है कि जहां कहीं भी नहरें क्षतिग्रस्त हुई हैं, उनको तुरंत ठीक कर उसको सुचारू किया जाए. अधिकतर जगहों पर बंद नहरों और नालों को खोल दिया गया है. क्षतिग्रस्त योजनाओं को ठीक करने के लिए दीर्घकालीन योजना बनाने के लिए विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है. योजना के तहत शासन से बजट मिलने पर पुनर्निर्माण का कार्य कराया जाएगा.

पढ़ें-हिमालयी राज्यों के लिए वैज्ञानिकों की सलाह, सुनियोजित विकास के लिए नई नीति और सख्त कदम उठाने की जरूरत!

ABOUT THE AUTHOR

...view details