हल्द्वानी: स्वाद के नाम पर कंपनियां लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है, जिसकी खुलासा उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग ने किया. उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में मसाले बनाने वाली कई नामी कंपनियों के सैंपल NFL यानी राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला (National Food Laboratory) में फेल मिले हैं. मसालों में हैवी मेटल व पेस्टिसाइड पाया गया है. कंपनियों के सैंपल फेल होने के बाद विभाग ने अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है.
उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा विभाग के डिप्टी कमिश्नर अनुज थपलियाल ने बताया कि पिछले दिनों कुमाऊं मंडल के सभी 6 जिलों के मसाला निर्माण करने वाली 40 कंपनियों के नमूने लिए गए थे. जांच में 14 नमूने असुरक्षित पाए गए. जांच में मसालों के अंदर हैवी मेटल और पेस्टिसाइड का प्रयोग होना पाया गया था. जिन कंपनियों को नमूने जांच में पास नहीं हुए थे, उन्हें अपील का मौका दिया गया था. इसके बाद दोबारा से इन नमूनों को राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला गाजियाबाद भेजा गया.
जानकारी देते खाद्य सुरक्षा विभाग के डिप्टी कमिश्नर अनुज थपलियाल (वीडियो- ETV Bharat) डिप्टी कमिश्नर अनुज थपलियाल के मुताबिक राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला गाजियाबाद की जांच में भी सात कंपनियों के मसाले असुरक्षित पाए गए, जो सेहत के लिए सही नहीं है. अनुज थपलियाल ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला ने जिन सात कंपनियों के मसाले फेल किए हैं, अब उन निर्माताओं कंपनियों के खिलाफ सीजेएम न्यायालय में मुकदमा दायर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसके अलावा तीन कंपनियों के खिलाफ एडीएम कोर्ट में कार्रवाई की गई है जहां इन कंपनियों द्वारा डिब्बे के ऊपर लेबल कंडीशन को ठीक से नहीं दर्शाया गया था जिनके खिलाफ कार्रवाई होने जा रही है.
डिप्टी कमिश्नर अनुज थपलियाल बताया कि विभाग की ओर से लगातार अभियान चलाकर सैंपलिंग की कार्रवाई की जा रही है, जिसका नतीजा है कि मसाला बनाने वाली सात कंपनियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई होने जा रही है. लोगों के सेहत से जो भी कंपनियां खिलवाड़ करेंगी उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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