देहरादून (किरणकांत शर्मा): उत्तराखंड में नए साल से पहले मौसम ने पर्यटकों को खुश कर दिया है. क्रिसमस और नए साल के मौके पर उत्तराखंड आ रहे पर्यटकों को भरपूर बर्फबारी देखने के लिए मिल रही है. आलम ये है कि बीते दो दिनों से पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानी इलाके में बारिश लगातार जारी है, लेकिन यह बारिश और बर्फबारी अब कहीं-कहीं मुसीबत भी बन रही है. उत्तरकाशी, चकराता,अल्मोड़ा और चमोली जैसे इलाकों में इतनी बर्फबारी हो गई है कि लोगों की गाड़ियां भी फिसल रही हैं. ऐसे में अब पुलिस ने ऊपर जा रही गाड़ियों को रोककर सावधानी बरतने के निर्देश जारी किए हैं.
27 दिसंबर को सड़क हादसे में एक व्यक्ति की हुई थी मौत: बता दें कि 27 दिसंबर को देहरादून के चकराता में एक गाड़ी फिसलने से दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें एक व्यक्ति की जान चली गई थी. इस पूरे इलाके में सबसे अधिक बर्फबारी देखने के लिए मिल रही है और पर्यटकों की भीड़ भी चकराता और लोखंडी की तरफ बढ़ रही है.
कई गांव से टूटा मुख्यालय का संपर्क: हर साल नए साल के मौके पर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के साथ-साथ अन्य प्रदेशों से भी पर्यटक उत्तराखंड पहुंचते हैं. पर्यटकों के स्वागत के लिए उत्तराखंड के होटल व्यवसाय से लेकर अन्य व्यापारी खूब तैयारी करते हैं और सभी की ये इच्छा रहती है कि चारधाम यात्रा खत्म होने के बाद साल के अंतिम दिन पर्यटकों की आमद ज्यादा रहे. बर्फबारी को लेकर भी स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों की रुचि रहती है. बर्फबारी का आलम ये है कि अब प्रदेश में इस बर्फबारी ने कई सड़कों को भी बंद कर दिया है. उत्तरकाशी में कई मार्ग बर्फबारी की वजह से बंद पड़े हैं. चमोली में जानकी चट्टी से बदरीनाथ जाने वाला हाईवे बर्फ की वजह से बंद है.
30 से अधिक गांवों की सड़कें बंद: आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रदेश में लगभग 30 से अधिक गांवों तक जाने वाली सड़कें फिलहाल बंद हैं, जिनको खोलने का प्रयास किया जा रहा है. चोपता हाईवे धोती धारा से आगे बंद है, जबकि बदरीनाथ और नीति हाईवे भी बर्फबारी की वजह से बंद हो गया है. गंगोत्री मार्ग भी अत्यधिक बर्फबारी की वजह से बंद पड़ा है. वहीं, नेलांग घाटी को जोड़ने वाली सड़क पर भी बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई है.
अलर्ट पर एसडीआरएफ: हालात को देखते हुए एसडीआरएफ ने अपनी सभी टीमों को अलर्ट पर रखा है. मौसम वैज्ञानिकों की चेतावनी यही बता रही है कि आने वाले दिनों में और अधिक बर्फबारी होगी, जिसमें नैनीताल,बागेश्वर, जोशीमठ, उत्तरकाशी और चमोली जिले शामिल हैं. इन सभी जगह पर अत्यधिक बर्फबारी होने की संभावनाओं को देखते हुए रेस्क्यू टीम को सभी उपकरण के साथ तैनात किया गया है.
हर परिस्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ तैयार: एसडीआरएफ प्रमुख अर्पण यदुवंशी ने बताया कि हमने सभी मोर्चे पर अपने जवानों को तैनात रखा है. अगर कोई भी परिस्थिति कहीं भी बनती है, तो तत्काल प्रभाव से रेस्क्यू टीम हर परिस्थिति में काम करेगी. उन्होंने कहा कि लोगों को भी इस बात का ध्यान रखना होगा कि अत्यधिक बर्फबारी वाली सड़कों पर गाड़ी सावधानी से चलाएं और अगर जरूरी ना हो तो ऐसी जगह पर जाने से बचें.
ट्रेकिंग में आ रहा है लोगों को आनंद: चकराता, लोखंडी और तुंगनाथ के ट्रैक पर पर्यटकों की भीड़ देखने को मिल रही है. सड़क पर गाड़ी लगाकर लोग मौसम का लुफ्त उठा रहे हैं. साथ ही सैलानी बर्फबारी के बीच ट्रैकिंग भी खूब कर रहे हैं. मौसम विज्ञान केंद्र और आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से लगातार लोगों से अपील की जा रही है कि पर्यटक जहां भी जाएं, वहां मौसम का अपडेट जरूर लें.
रुद्रप्रयाग में शीतलहर का प्रकोप: रुद्रप्रयाग के हिमालयी क्षेत्रों में विगत दो दिनों से बर्फबारी होने और निचले भू भाग में झमाझम बारिश होने से संपूर्ण केदारघाटी शीतलहर की चपेट में आ गई है, जिससे तापमान में भारी गिरावट हुई है और जन-जीवन प्रभावित हो गया है. मुख्य बाजारों में लोग अलाव के सहारे दिन गुजारने के लिए विवश बने हुए हैं. आने वाले कुछ घंटों में अगर मौसम का मिजाज इसी तरह रहा, तो केदारघाटी के सीमांत गांव बर्फबारी से लकदक होने की संभावना बनी हुई है.
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