वाराणसी: ज्ञानवापी मामले में शुक्रवार को लंबे वक्त के बाद जिला जज न्यायालय में सुनवाई हुई. 31 जनवरी को जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश के रिटायर्ड होने के बाद कुछ दिन पहले नए जिला जज के रूप में संजीव पांडेय की नियुक्ति हुई है. उन्होंने आज ज्ञानवापी मामले में सुनवाई की. दो अलग-अलग प्रकरण पर सुनवाई आगे बढ़ाई गई . जिसमें आपत्ति आमंत्रित की गई है.
जनपद न्यायाधीश की कोर्ट में ज्ञानवापी प्रकरण से संबंधित, पांच वादी महिलाओं के केस के साथ समेकित आठ मुकदमों के साथ ही मूल वाद आईडल स्वयंभू लार्ड विशेश्वर को भी क्लब कर दिया गया. सभी मुकदमों का एक साथ ट्रायल जिला जज की कोर्ट में किए जाने पर सुनवाई आगे बढ़ी. साथ ही हिन्दू पक्ष की ओर से ज्ञानवापी के बंद तहखानों का भी एएसआई सर्वे कराने की मांग की गई है. इस संदर्भ में भी सुनवाई होने के अलावा व्यास जी के तहखाना की मरम्मत किए जाने के संदर्भ में भी सुनवाई हुई. जिस पर आपत्ति मांगी गई है. अब इस मामले में अगली सुनवाई 3 मई को होगी .
बता दें कि ज्ञानवापी में बंद तहखानों के सर्वे की मांग को लेकर दाखिल मुकदमे के साथ साथ तहखाना की मरम्मत को लेकर दायर किए गए एप्लीकेशन पर भी सुनवाई हुई. वाराणसी के जिला एवं सत्र न्यायालय में जिला जज की अदालत में लगातार 100 दिन से यह सुनवाई चल रही है. हाईकोर्ट की तरफ से तैनाती के बाद नवनियुक्त जिला जज ने शुक्रवार को पहली बार इस केस को सुना. इसके बाद ज्ञानवापी के बाकी समेकित 8 केस की पत्रावली में भी आगे कार्रवाई हुई.
ज्ञानवापी परिसर में बंद तहखानों के सर्वे की मांग को लेकर दाखिल मुकदमे और मां श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन पूजन की मांग की गई है. वादी राखी सिंह की तरफ से दाखिल याचिका में सभी बंद तहखानों के सर्वे की डिमांड की गई है. मस्जिद पक्ष में 28 फरवरी को आपत्ति दाखिल की गई थी. इसके अलावा जिला जज व्यास जी के तहखाना की मरम्मत की मांग को लेकर भी सुनवाई हुई.