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हेड कांस्टेबल सुसाइड प्रकरण : SMS में धरने पर बैठे परिजनों से मिले टीकाराम जूली, बोले- मामले की CBI जांच हो - Head constable suicide case

जयपुर के भांकरोटा थाने के हेड कांस्टेबल सुसाइड प्रकरण में राजनीति तेज होती जा रही है. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने रविवार को धरने पर बैठे परिजनों से मुलाकात की और सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार आरोपियों को बचा रही है.

HEAD CONSTABLE SUICIDE CASE
धरने पर बैठे परिजनों से मिले टीकाराम जूली (ETV Bharat Jaipur)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 25, 2024, 10:18 PM IST

धरने पर बैठे परिजनों से मिले टीकाराम जूली (ETV Bharat Jaipur)

जयपुर: राजधानी में भांकरोटा थाने के हेड कांस्टेबल के सुसाइड मामले को लेकर परिजन एसएमएस मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं. परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी, बच्चों की नौकरी और 2 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता की मांग कर रहे हैं. हालांकि, चार दिन से अभी तक प्रशासन के साथ सहमति नहीं बनी है. रविवार शाम को नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली मृतक के परिजनों से मिलने के लिए सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी के बाहर पहुंचे, जहां धरने पर बैठे परिजनों को सांत्वना देते हुए उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधा.

उन्होंने कहा कि सरकार आरोपियों की गिरफ्तार करने में शिथिलता बरत रही है. आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि पुलिस के उच्च अधिकारियों और एक अन्य की प्रताड़ना से परेशान होकर निष्ठावान सिपाही ने मौत का रास्ता अपनाया जो भाजपा सरकार पर सवाल खड़े करता है. उन्होंने कहा कि किसी के घर का चिराग बुझ गया और प्रदेश की सरकार अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार करने में शिथिलता बरत रही है. जूली बोले कि पुलिसकर्मी को अपने ही उच्च अधिकारियों की ओर से प्रताड़ित करना शर्मनाक है. इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच करानी चाहिए, ताकि काले कारनामे करने वाले शख्स बेनकाब हो सके.

पुलिस का रवैया एकपक्षीय है :उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में तुरंत एक्शन लेते हुए परिवार को सरकारी नौकरी और मुआवजा देने के साथ आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए कार्रवाई अमल में लानी चाहिए. यह एक विशेष प्रकृति का मामला है, जिसमें एक कनिष्ठ पुलिसकर्मी की जान गई है. जान देने के लिए मजबूर करने का आरोप वरिष्ठ पुलिसकर्मियों पर है. दलित पारिवारिक पृष्टभूमि से आने वाले बैरवा ने सुसाइड नोट में नामजद पुलिस अधिकारियों और एक अन्य व्यक्ति पर आरोप लगाए हैं. इस मामले की तह तक जाकर सच सामने लाने और पीड़ित परिवार के साथ न्याय करने के लिए निष्पक्ष जांच जरूरी है. जूली ने कहा कि पुलिस का रवैया एकपक्षीय है, पुलिस मुख्यालय को अविलंब रूप से आरोपियों पर कार्रवाई करनी चाहिए.

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कांग्रेस ने बनाई जांच कमेटी : हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा की खुदकुशी मामले में कांग्रेस ने जांच दल का गठन किया है. प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि पूर्व मंत्री गोविंद राम मेघवाल, विधायक रोहित बोहरा, जयपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष आरआर तिवाड़ी और प्रदेश कांग्रेस के महासचिव पुष्पेंद्र भारद्वाज को इस जांच दल में शामिल किया गया है. यह दल पूरे मामले पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रस्तुत करेगा. पार्टी परिजनों को न्याय दिलाने के लिए संकल्पित है.

मृतक हेड कॉन्स्टेबल की पत्नी ने जारी किया वीडियो :मृतक हेड कॉन्स्टेबल के शव का चौथे दिन भी पोस्टमार्टम नहीं हो पाया. धरने पर बैठे मृतक के परिजन आरोपियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. मृतक हेड कॉन्स्टेबल बाबूलाल की पत्नी मीना देवी ने एक वीडियो भी जारी किया है. वीडियो में वह बोल रही हैं कि मेरे बेटे और मेरी सहमति के बिना अगर किसी ने पोस्टमार्टम कराया तो वह कुछ भी कर सकते हैं.

यह था मामला :बता दें कि गुरुवार को जयपुर के भांकरोटा थाने के हेड कांस्टेबल बाबूलाल बेरवा ने सुसाइड कर लिया था. इसके बाद पुलिस ने उनके शव को सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. एफआईआर में तीन पुलिसकर्मी और एक पत्रकार का नाम है, जिसमें एडिशनल एसपी जगदीश व्यास, एसीपी अनिल शर्मा, सब इंस्पेक्टर आशुतोष सिंह और पत्रकार कमल देगड़ा को नामजद किया गया है.

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