चंडीगढ़:हरियाणा लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कल वोट डाले जायेंगे. 2019 लोकसभा चुनाव में सभी सीटें जीतने वाली बीजेपी एक बार फिर इसी जीत को दोहराना चाहती है. वहीं कांग्रेस भी पूरे दमखम के साथ मैदान में है. अपनी-अपनी जीत को लेकर इस चुनाव में कई दिग्गजों की किस्तम दांव पर है. कुछ सीधे मैदान में हैं तो कुछ अपने उम्मीदवारों के पीछे. इनमें बीजेपी के दो केंद्रीय मंत्री, एक पूर्व सीएम शामिल हैं. तो वहीं कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की साख भी दांव पर लगी है.
- करनाल लोकसभा सीट:इस सीट पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर बीजेपी से चुनाव लड़ रहे हैं. सीएम पद से इस्तीफा देकर सीधे लोकसभा चुनाव में उतरे मनोहर लाल की प्रतिष्ठा दांव पर है.
- गुड़गांव लोकसभा सीट: गुड़गांव लोकसभा सीट पर बीजेपी से केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह हैं तो उन्हे मुकाबला देने के लिए कांग्रेस के टिकट पर राज बब्बर मैदान में हैं. लड़ाई मुख्य रूप से कांग्रेस और बीजेपी में ही बताई जा रही है.
- रोहतक लोकसभा सीट: हरियाणा की सबसे अहम सीटों में शुमार है. जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा एक बार फिर मैदान में हैं. 2019 में बीजेपी के अरविंद शर्मा से वो मामूली वोट (7503) से हार गये थे. इस बार फिर उनके सामने अरविंद शर्मा ही हैं.
- कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट: लोकसभा चुनाव 2024 में सीट पर दो बार कांग्रेस से सांसद रह चुके मशहूर उद्योगपित नवीन जिंदल इस बार बीजेपी से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. वहीं इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार सुशील गुप्ता और इनेलो से पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के पोते अभय चौटाला मैदान में हैं.
- फरीदाबाद लोकसभा सीट:इस सीट पर एक बार फिर बीजेपी के केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर किस्तम आजमा रहे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के महेंद्र प्रताप सिंह से माना जा रहा है. महेंद्र प्रताप विधानसभा चुनाव में एक बार कृष्णपाल गुर्जर को हरा चुके हैं.
- हिसार लोकसभा सीट: इस सीट पर देवीलाल परिवार के 3 उम्मीदवारों के मैदान में उतरने से मुकाबला चर्चित हो गया है. बीजेपी से देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला हैं तो इनेलो के टिकट पर देवीलाल के बेटे प्रताप चौटाला की बहू सुनैना चुनाव लड़ रही हैं. वहीं जेजेपी से ओपी चौटाला की बहू नैना चौटाला हैं.
- सिरसा लोकसभा सीट: सिरसा से कांग्रेस के टिकट पर चार बार की सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा की प्रतिष्ठा दांव पर है. कुमारी सैलजा को हुड्डा विरोधी गुट का नेता माना जाता है. उनकी जीत हुड्डा के लिए भी एक चुनौती होगी. सैलजा अपने कैडर के भरोसे ये चुनाव लड़ रही हैं. उनके सामने बीजेपी से अशोक तंवर मैदान में हैं.