नूंह: हरियाणा का नूंह जिला भले ही देश के सबसे गरीब जिलों में शुमार हो लेकिन यहां कई खास चीजें भी हैं जो दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं. इन्हीं में से एक है यहां का चाकू. नूंह में बनने वाले चाकू देश समेत दुनिया के कई देशों में सप्लाई होते हैं. नूंह का चाकू खरीदने पूरे देश से लोग यहां पहुंचते हैं. यहां की मुख्य बाजार में चाकू की कई दुकानें हैं.
एक इंच की चाकू केवल यहां बनती है- अलग-अलग राज्यों और देशों से आने वाले लोग नूंह में बने चाकू को बहुत पसंद करते हैं और याद के तौर पर खरीदकर अपने साथ ले जाते हैं. नूंह में करीब 250 साल पहले से चाकू बनाने की दुकानें हैं. चाकू बनाने में सींग, शीशम और चंदन की लकड़ी का खास तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. सबसे खास बात ये है कि नवजात बच्चे को किसी भी बला से बचाने के लिए उसके गले में पहनाया जाने वाला एक इंच का चाकू भी यहां बनता है.
सैकड़ों साल से चाकू बना रहा एक परिवार- लकड़ी का चाकू देखने में भी काफी आकर्षक दिखाई देता है. बाजार में दिनभर काफी भीड़भाड़ रहती है और शहर के मुख्य बाजार में सैकड़ों सालों से यह प्राचीन दुकान खुली हुई हैं. नन्हे खां की चौथी पीढ़ी के भोला कहते हैं कि उनका खानदान अपने बुजुर्गों की चाकू बनाने की परंपरा को हमेशा निभाता रहेगा. ये चाकू ऐसे होते हैं कि इनमें बार-बार धार लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है.