रुड़की: उत्तराखंड के हरिद्वार जनपद में पहली बार अब डॉगी की मदद से मादक पदार्थों की खेप पकड़ने का कार्य शुरू किया जाएगा. दरअसल हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल के निर्देश पर रुड़की सिविल लाइन कोतवाली के प्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस कुश मिश्रा ने हाईटेक तरीके से अब मादक पदार्थों को तलाश करने की पहल शुरू कर दी है.
बेला पकड़ेगी नशीले पदार्थ: इसके लिए पुलिस लाइन से उन्हें मादक पदार्थ पकड़ने वाली एक ट्रेंड डॉगी मिली है. दरअसल यह डॉगी पूरी तरह से प्रशिक्षित है. इस डॉगी का नाम बेला है. जिस जगह पर पुलिस को नशीले पदार्थ रखे होने की सूचना मिलेगी, तो बेला भी पुलिस के साथ जाएगी और वह सूंघकर बताएगी कि नशे की खेप को कहां पर छुपाया गया है.
बेला से बच नहीं पाएंगे नशा तस्कर (Video- ETV Bharat) रुड़की पुलिस को मिली एक्सपर्ट डॉगी: दरअसल रुड़की सिविल लाइन कोतवाली के प्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस कुश मिश्रा को क्राइम मीटिंग में एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोबाल द्वारा नशे के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश मिला था. इसी निर्देश पर अब वह अलग तरीके से नशे के बड़े सौदागरों तक पहुंचने का अभियान शुरू कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने हरिद्वार एसएसपी से मादक पदार्थ पकड़ने वाले डॉग की मांग की थी.
रुड़की पुलिस को मिली एक्सपर्ट डॉगी (Photo- ETV Bharat) बेला सूंघकर बताएगी कहां रखे हैं नशीले पदार्थ: पुलिस लाइन से उन्हें मंगलवार की देर शाम उन्हें डॉगी बेला मिल गयी है. अब वह इस डॉगी की मदद से मादक पदार्थों की खोज करने के साथ-साथ नशा तस्करों को भी धर दबोचा जाएगा. दरअसल कई बार पुलिस को किसी के घर या दुकान में मादक पदार्थ रखे होने की सूचना मिलती है. बावजूद इसके पुलिस की तलाशी लेने पर मादक पदार्थ इस तरह से छिपाए होते हैं कि पुलिस उन्हें बरामद नहीं कर पाती है. लेकिन यह डॉगी अब इन मादक पदार्थों को सूंघकर वहां तक पहुंच जाएगी, जहां पर वह छिपाकर रखा होगा. जिसके बाद पुलिस आसानी से नशीले पदार्थ को बरामद कर लेगी. कोर्ट में भी इस हाईटेक तरीके से पकड़े गए मादक पदार्थ के साक्ष्य मान्य होंगे.
बेला नाम की डॉगी नशीले पदार्थों की बरामदगी में हेल्प करेगी (Photo- ETV Bharat) प्रशिक्षु आईपीएस कुश मिश्रा ने बताया कि-
हरिद्वार में बड़े पैमाने पर अब नशा तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा. बेला हमारे काम को अंजाम तक पहुंचाएगी. इस डॉगी के आने से हमें उम्मीद है कि हम नशा तस्करी पर लगाम लगा सकेंगे. एसएसपी के भरोसे पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे.
-कुश मिश्रा, प्रशिक्षु आईपीएस-
इस साल उत्तराखंड को बनाना है ड्रग फ्री स्टेट: गौरतलब है कि उत्तराखंड सरकार इस साल के अंत तक उत्तराखंड को अवैध नशा और ड्रग्स मुक्त राज्य बनाने का संकल्प ली हुई है. 22 दिसंबर 2023 को सीएम धामी ने 'नशा मुक्त शहर-नशा मुक्त गांव' अभियान शुरू किया था. सीएम धामी ने ग्राम प्रधानों-वार्ड मेंबर्स को शपथ दिलाई थी. सीएम धामी ने ‘जिंदगी को हां नशे को ना’ की शपथ दिलाई थी. उसके बाद से उत्तराखंड के हर जिले की पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ जोरदार अभियान चलाए हुए है.
बेला को नशीले पदार्थ पकड़ने में महारत है (Photo- ETV Bharat) ये भी पढ़ें: