हरदा:मंगलवार को हरदा में एक दंपत्ति ने कलेक्ट्रेट के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया. पुलिस की तत्परता से किसी अप्रिय घटना होने से रोक लिया गया. दंपत्ति का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही की वजह से उनके बेटे की जान चली गई. अब वे ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने सरकार से 1 करोड़ रुपए मुआवजे की भी मांग की है.
भोपाल एम्स में इलाज के दौरान युवक की मौत
हरदा जिले के ग्राम जालौद के रहना वाला अर्जुन घुराये (उम्र 20 साल) अपेंडिक्स बीमारी से पीड़ित था. पिछले साल 17 सितंबर को डॉ. भरत काटकर ने अर्जुन के अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया था, लेकिन ऑपरेशन के बाद अर्जुन की हालत और ज्यादा खराब हो गई. परिजन 16 अक्टूबर को इलाज के लिए भोपाल एम्स लेकर गए. जहां 9 दिसंबर को अर्जुन की मौत हो गई. परिजन ने डॉ. भरत पर ऑपरेशन में लापरवाही का आरोप लगाते हुए उनको मौत का जिम्मेदार ठहराया और उनके खिलाफ एफआईआर की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने मामला नहीं दर्ज किया.
मृतक के माता-पिता ने आत्मदाह का किया प्रयास
पुलिस द्वारा शिकायत नहीं दर्ज किए जाने से नाराज मृतक के परिजन और रिश्तेदारों ने मंगलवार को हरदा कलेक्ट्रेट का घेराव किया. उन्होंने कलेक्टर से मिलने की मांग की, लेकिन कलेक्टर द्वारा नहीं मिलने से आक्रोशित मृतक की मां सुमंत्रा और पिता संतोष ने आत्मदाह करने का प्रयास किया. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें ऐसा करने से रोक लिया. हालांकि सुमंत्रा की तबीयत बिगड़ गई. परिजन ने उन्हें अस्पताल ले जाने से मना कर दिया और अपनी मांग पर अड़े रहे.