हरदा विधायक राम कृष्ण दोगने सुतली बम की माला पहनकर पहुंचे विधानसभा तो फैली सनसनी
Harda firecracker blast : पटाखा फैक्ट्री हादसे को लेकर हरदा कांग्रेस विधायक राम कृष्ण दोगने ने अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया. विधायक दोगने सुतली बम की मालाकर पहनकर विधानसभा पहुंचे.
हरदा विधायक सुतली बम की माला पहनकर पहुंचे विधानसभा
भोपाल।हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण अग्निकांड के विरोध में हरदा के कांग्रेस विधायक राम कृष्ण दोगने सुतली बम की माला पहनकर विधानसभा पहुंचे. हालांकि विधानसभा गेट पर सुरक्षा कर्मियों ने उनकी माला को उतरवा लिया. कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया कि हरदा जिला बारूद के ढेर पर बैठा है. उन्होंने कहा कि इस मामले में एसपी को हटाया गया. सभी अधिकारियों पर कार्रवाई होना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि हरदा की जिस फैक्ट्री में विस्फोट हुआ है, वह पूर्व मंत्री कमल पटेल के संरक्षण में चल रही थी.
बीजेपी ने किया पलटवार
दोगने के आरोपी पर पलटवार करते हुए राज्य मंत्री कृष्णा गौर ने कहा कि कांग्रेस विधायक के आरोपों का जवाब पहले ही कमल पटेल दे चुके हैं. इस फैक्ट्री को कांग्रेस विधायक दोगने का संरक्षण प्राप्त था. बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस वैसे ही बम की माला पहनकर घूम रही है. कांग्रेस बम व आतंकवाद की जड़ है. अब कांग्रेस तमाशा न करे. मानवीय आधार पर सरकार की कार्रवाई में सहयोग करे. बम की माला पहनना जनप्रतिनिधियों को शोभा नहीं देता.
मंत्री बोले- विभागीय जांच कराई जायेगी
नर्मदापुरम के महाराजा प्राथमिक उपभोक्ता भंडार में संचालकों द्वारा फर्जी सदस्य बने के मामले का मुद्दा भाजपा विधायक सीताशरण शर्मा ने प्रश्न कल के दौरान उठाया. उन्होंने सवाल पूछा कि इस मामले में प्रकरण दर्ज हुआ था लेकिन संचार को के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. विभाग ने भी इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया. आखिर इस मामले में विभाग कब कार्रवाई करेगा. खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी.पहले ही प्रकरण दर्ज कराया जा चुका है. एक महीने में विभागीय जांच पूरी कर दी जाएगी.
पूर्व मंत्री और छतरपुर से भाजपा विधायक ललिता यादव ने कहा कि उनके प्रश्न के जवाब में जो जानकारी दी गई, वह पूरी तरह से गलत है. प्रहलाद पटेल ने कहा कि विधानसभा में प्रश्न का जवाब देने का यह मेरा पहला मौका है. यहां जिस तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं, उसके जवाब में तो पूरी पुस्तक ही देनी पड़ेगी. इस मामले में 47 पंचायतों की जानकारी दी जा चुकी है, लेकिन उन्हें तीन पंचायत की जानकारी चाहिए, इसकी जानकारी भी दे दी जाएगी. यदि गड़बड़ी पाई गई तो कार्रवाई भी होगी.